उज्जैन। कोरोना महामारी के बीच एक तरफ जहां लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक महिला ऐसी भी हैं जो घर में रहकर दूसरों के जीवन की रक्षा की चिंता कर रही हैं, और लोगों के लिए मास्क बना रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग में लेखापाल के पद पर कार्यरत शैलजा गोलवलकर लॉकडाउन के दौरान घर में रहकर खाली समय का उपयोग मास्क बनाने के लिए कर रहीं हैं. वे प्रतिदिन सैकड़ों मास्क बनाकर न केवल अपने साथियों को बल्कि आम जनता को भी उपलब्ध करा रहीं हैं. ताकि कोरोना वायरस से लोगों की रक्षा हो सके. शैलजा गोलवलकर का कहना है कि पहले तो लोग घरों में ही रहें और जब भी जरूरी काम से घर से बाहर निकलें तो मास्क पहनकर निकलें, केवल मास्क ही कोरोना के संक्रमण से बचा सकता है.