उज्जैन। गुरुवार को सुबह 8 बजकर 9 मिनट से शुरू होने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर वेधशाला में तैयारियां पूरी हो चुकी है. बड़ी संख्या में सूर्य ग्रहण को देखने के लिए गुरुवार को सुबह खगोल प्रेमी वेधशाला पहुंचेंगे. इस बीच साल के अंतिम सूर्यग्रहण को लेकर ज्योतिष शास्त्री अपना मत रखते हैं. उनकी माने तो सूर्य ग्रहण के कारण ना सिर्फ मध्यप्रदेश में बल्कि उत्तर-पूर्व राज्यों सहित पूरे देश में ग्रहण के कारण तूफान-आंधी, ओलावृष्टि-हिमपात और भूकंप जैसी स्थिति बन सकती है.
गुरुवार को देखने मिलेगा साल का आखरी सूर्य ग्रहण फिलहाल उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास के अनुसार गुरुवार को सुबह 8:09 से प्रारंभ होकर 10:58 तक सूर्य ग्रहण रहेगा. 2 घंटे 50 मिनट तक चलने वाले ग्रहण को लेकर सूतक बुधवार को रात 8:00 बजे से ही शुरू हो जाएगा. आनंदशंकर व्यास बताते हैं कि सूर्यग्रहण के दौरान जो लोग ग्रहण की मान्यताओं को मानते हैं वो अपने घर में कुछ भी खाना-पीना नहीं बनाते हैं. इस दौरान धार्मिक परंपराओं मंत्र सिद्धि भी की जाती है. सूर्य ग्रहण के दौरान कार्य सिद्ध करने के लिए पवित्र तीर्थ के किनारे मठ मंदिर में बैठकर स्नान कर दीपक और अगरबत्ती जलाकर मंत्रों का जाप किया जाता है. गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण में 6 ग्रह एक साथ हैं और यही परेशानी का सबब बनते नजर आ रहे हैं. ज्यादा ग्रह एक स्थान पर होते हैं तो प्राकृतिक विपदा और भूकंप जैसी स्थिति बनती है. बड़ी दुर्घटना भी देखने को मिल सकती है. इधर ग्रहण के परिणाम अच्छे नहीं होंगे. 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में भी ग्रहण के दौरान मंदिर के अंदर गर्भ ग्रह में प्रवेश निषेध होगा. श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन कर सकते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे मंदिर की साफ-सफाई और धुलाई का काम होगा. उसके बाद ही गर्भगृह में दर्शन करना शुरू होंगे.महाकाल मंदिर में होने वाली भोग आरती करीब 1 घंटे बाद होगी. अगर राशियों पर सूर्य ग्रहण का असर देखें तो सबसे ज्यादा असर धनु राशि पर होगा. इसके अलावा वृषभ, कन्या और मकर पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है. वही मेष और वृश्चिक राशि में मध्यम असर होगा. इसके अलावा कर्क तुला और कुंभ के लिए ये ग्रहण लाभकारी साबित हो सकता है. ग्रहण के समय पूजन पाठ और इष्टदेव का स्मरण करे