उज्जैन। जिले में कोरोना संक्रमण अपना पैर पसारता जा रहा है. वहीं ऑक्सीजन की भी बहुत कमी आई है. ऑक्सीजन की सप्लाई को पूरा करने के लिए उज्जैन संभाग स्तर के सबसे बड़े माधव जिला अस्पताल के चरक भवन को कोविड सेंटर घोषित कर रखा है. अस्पताल के अधिकारियों और सीएमएचओं ने जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद कुछ दिनों से बंद पडे़ ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को फिर शुरू कर दिया है.
- चरक अस्पताल में होती है 50 प्रतिशत आपूर्ति
सीएमएचओ ने जानकारी देते हुए बताया कि चरक भवन अस्पताल की 50 प्रतिशत ऑक्सीजन की पूर्ति इसी प्लांट से होती है, वहीं 50 प्रतिशत में जम्बो सिलेंडर का उपयोग किया जाता है. अब कोविड-19 मरीज हैं उनकी ऑक्सीजन की पूर्ति इस प्लांट से हो सकेगी. उन्होंने बताया कि उज्जैन के चरक अस्पताल में जो सेटअप था उसे चालू कर दिया गया है, अभी चरक भवन अस्पताल की 50 प्रतिशत ऑक्सीजन की पूर्ति इसी प्लांट से होती है. वहीं 50 प्रतिशत में जम्बो सिलेंडर का उपयोग किया जाता है. अभी चरक भवन में और भी बेड बढ़ाए जाने की कोशिश जारी है. अगर सामान्य स्थिति रहती है, तो इसी प्लांट से पूर्ति हो जाएगी, जम्बो सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ेगी, अभी कुल 200 सिलेंडर प्लांट से मिल रहे हैं, जो आगे 250 तक बढ़ जाएंगे.
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यह वहीं जिला अस्पताल है, जहां बीते दिनों चरक भवन से प्राइवेट अस्पतालों में प्रेग्नेंट महिलाओं को रेफर करने का मामला आया, और जिलाधीश ने संज्ञान में लिया था, यह वहीं चरक भवन है, जहां प्राइवेट ठेके में कार्यरत महिलाओंं का आपस में लड़ने का वीडियो वायरल हुआ था.