उज्जैन। जिले की कृषि उपज मंडी के सचिव ने मंडी के लाइसेंस नवीनीकरण को लेकर मंडी के कई व्यापारियों को नोटिस जारी किया है, जिसमें अनाज के अलावा अन्य सामानों का विक्रय करने वाले व्यापारियों को नोटिस जारी किया गया है. इसी के विरोध में अनाज तिलहन व्यवसायी संघ के व्यापारी और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सचिव कार्यालय पहुंचे.
उज्जैन के कृषि उपज मंडी में अनाज खरीदी के लिए ऑनलाइन आवेदन किए थे, जिस पर उज्जैन मंडी समिति ने आवेदन में दर्शाए गए पते पर गैर कृषि उपाय एवं आवासीय रूप में भूखंड के उपयोग करने के संबंध में अभिभाषक के माध्यम से सूचना पत्र दिया है. इसका उत्तर अब तक व्यापारियों ने मंडी समिति को नहीं दिया है. इस वजह से करीब 27 व्यापारियों के लाइसेंस नवीनीकरण करने से रोक दिए गए हैं, जिसके विरोध में अनाज तिलहन व्यवसायी संघ के साथ व्यापारी एकत्रित होकर मंडी कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए.
व्यापारियों के साथ उज्जैन के शहर अध्यक्ष महेश सोनी यहां पर बैठे व्यापारियों को उठाकर सचिव के कक्ष में लेकर चले गए और वहीं धरने पर करीब 2 घंटे बैठे रहे. कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी शहर अध्यक्ष महेश सोनी के 2 घंटे बैठने के बाद अधिकारी मिलने पहुंचे. कृषि उपज मंडी में कई व्यापारी ऐसे हैं जो अभी चुनाव जीते हैं और अनाज खरीदी बिक्री के अलावा अन्य सामान बेचने वाले निर्वाचित सदस्य भी है. मंडी एक्ट के तहत मंडी में सिर्फ अनाज की खरीदी बिक्री का लाइसेंस दिया जाता है, लेकिन यहां पर कई व्यापारियों ने ट्रैक्टर के सामान बेचने का और पाइप, खली, चद्दर, पानी की टंकियां बेचने का काम शुरू कर दिया है. इन्हीं लोगों को नोटिस जारी किया गया है.