उज्जैन। समाज में रहने वाला हर इंसान अपने लिए एक खूबसूरत पक्के घर का निर्माण करता है, लेकिन कोई भी परिंदों के घर (Birds Shelter) के बारे में ख्याल नहीं रखता है. लेकिन एक दानदाता ने इस बात का बखूबी ध्यान रखा है. ध्यान ही नहीं पक्षियों के लिए एक खूबसूरत घर (Beautiful house for birds) भी बनवा कर दे दिया है. यह काम जिले के मंगलनाथ मंदिर और महाकाल मंदिर की चिंतामन स्थित लड्डू प्रसादी यूनिट (Laddu Prasadi Unit) में एक दानदाता ने पक्षियों के रहने के लिए दो पक्षी घर बनवाये हैं.
बेहद खूबसूरती के साथ बना है पक्षीघर
पक्षी घर को इतनी खूबसूरती से बनाया गया है कि देखकर कोई भी मंत्र मुग्ध हो जाए. बता दें कि मंगलनाथ मंदिर (Mangalnath Temple) का जो क्षेत्र है, वह शिप्रा नदी के किनारे है. चारों तरफ हरियाली होने के कारण यहां पर अलग-अलग प्रकार के पक्षी आते रहते हैं. इसी को देखते हुए यह पक्षीघर बनवाया गया है. वहीं उज्जैन से 8 किलोमीटर दूर चिंतामन गणेश मंदिर (Chintaman Ganesh Temple) के पास महाकाल लड्डू प्रसादी यूनिट के पास एक और पक्षी घर बनवाया गया है. वहां भी चारों तरफ हरियाली होने के कारण कई प्रवासी पक्षी आते हैं.
संत श्री राम कबूतर घर के ट्रस्ट ने कराया निर्माण
गुजरात मोरबी के रहने वाले संत वाघजी भाई श्री राम कबूतर घर के ट्रस्ट (Shri ram Pigeon trust) ने शहर में दो पक्षियों के रैन बसेरों का निर्माण करवाया है. विभिन्न रंगों में बने ये दोनों पक्षी घर मंगलनाथ मंदिर और महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) की लड्डू यूनिट में बनाकर तैयार हो चुके हैं. नए पक्षीघर 55 फीट की ऊंचाई पर बने हैं. मंगलनाथ मंदिर के पुजारी राजेंद्र भारती ने बताया कि यहां लगभग 2 हजार पक्षियों को बसेरा मिल जाएगा. इसके ऊपरी हिस्सों के घरों में पक्षियों ने आना-जाना शुरू कर दिया है. नए बने रेन बसेरे में 700 खाने बनाये गए हैं.
वाघजी भाई पूरे भारत में बनाएंगे मंदिर
मंगलनाथ मंदिर पर बड़ी संख्या में पक्षी पहले से ही हैं और अब पक्षी घर बनने के बाद इनकी संख्या और बढ़ जायेगी. कई श्रद्धालु रोजाना पक्षियों को यंहा दाना डालते हैं, जिसके कारण अब पक्षी ज्यादा संख्या में आकर रह सकेंगे. संत मोरबी पुरे भारत में पक्षी घर बनाएंगे. इसके तहत उन्होंने उज्जैन में भी पक्षीघर बनाए हैं. इसके लिए प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराई है.
कबूतरों से मिली प्रेरणा
ट्रस्ट के प्रमुख वाघजी भाई के अनुसार उन्हें यह प्रेरणा कबूतरों का आशियाना उजड़ जाने को देखकर मिली थी. वे 40 साल से देशभर में पक्षीघर बनवा रहे हैं. अब तक एक हजार से ज्यादा पक्षीघर बनवा चुके हैं, जिनमें सोमनाथ, नागेश्वर, डाकोरजी आदि प्रमुख हैं.
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उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर के पास महाकालेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसाद की यूनिट और गोशाला के पास एक और पक्षीघर बनवाया गया है. यहां पर चारों तरफ हरियाली होने के कारण प्रवासी पक्षी आते हैं. अब उनके रहने के लिए रैन बसेरा बनवाया गया है, जिसमें पक्षी अब रह सकेंगे और उन्हें दाना-पानी दोनों मिल सकेगा.