उज्जैन। साल 2019 में 75 फीसदी से अधिक अंकों के साथ परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी अपनी मांगों को लिए सड़क पर उतर आए हैं. छात्रों का कहना है कि मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी अभी तक उनके खाते में लेपटॉप की राशि नहीं आई है. जबकि, 2020 में पास हुए छात्र-छात्राओं को यह राशि दे दी गई है.
मेधावी छात्र संघ समिति के छात्रों का कहना है कि हमने कई बार मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. छात्रों ने मुख्यमंत्री से 10 मिनट मिलने का समय मांगा था. वहीं पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शन का गलत तरीका बताकर मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया. बता दें कि शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन आए थे, जहां छात्र-छात्राएं उनसे मिलने पहुंचे थे.