उज्जैन। राम मंदिर धन संग्रह को लेकर निकाली जा रही रैली में हुए पथराव के बाद धीरे-धीरे आरोपियों की पहचान होने लगी है, जिसमें से अब तक कुल 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें 6 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं. इसी के साथ पुलिस और नगर निगम के अमले ने महाकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत बेगमबाग इलाके में उस घर को ध्वस्त कर दिया है, जिस पर पथराव किया गया था. वहीं घटना के बाद से ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बेगमबाग इलाके में तैनात है.
दरअसल महाकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत महाकाल मंदिर से 150 मीटर की दूरी पर भारत माता मंदिर है. यहां कल युवा मोर्चा और हिंदू संगठन द्वारा रैली निकाली गई, जो शहर से होते हुए बेगमबाग इलाके पहुंची. इस दौरान ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से रैली में शामिल कार्यकर्ताओं की गाड़ी विशेष समुदाय के व्यक्ति की गाड़ी से टकरा गई. इसी बीच दोनों में विवाद की स्थिति बन गई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष के परिजन के घर पर पथराव होने लगा. इसकी सूचना मिलते ही आला अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, जहां स्थिति पर काबू पा लिया गया. इस घटना के बाद हिंदू संगठन और युवा मोर्चा के कई कार्यकर्ता घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
इस घटना के बाद तमाम हिंदू संगठन और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने महाकाल थाने का घेराव करने की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छानबीन शुरू कर दी. देर रात पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जहां सुबह होते-होते कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं.
मकान को ध्वस्त करने की कार्रवाई
पुलिस और नगर निगम की टीम ने वीडियो फुटेज के आधार पर मकान को ध्वस्त कर दिया है, लेकिन यहां भी पुलिस और मीडियाकर्मियों को विशेष समुदाय के लोगों द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा. विरोध कर रहे लोगों ने बेगमबाग इलाके को जाम कर दिया.
मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसटीएफ, क्यूआरएफ, डीजी रिजर्व कंपनी, 25 व 24 बटालियन कंपनी, 32 बटालियन कंपनी, कॉम्पैक्ट ग्रुप सहित पुलिस और निगम की टीम ने कार्रवाई की. एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने कहा कि महाकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत बेगमबाग इलाके में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई.