उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर (MAHAKAL TEMPLE) के विस्तारीकरण (EXPANSION) का काम तेजी से चल रहा है. मंदिर परिसर (TEMPLE PREMISES) के आसपास के क्षेत्रों में बने अवैध मकान, दुकान और होटल हटाए जा रहे हैं. पिछले 2 दिनों में करीब 20 मकान ध्वस्त कर दिए गए. बड़ी संख्या में पुलिसबल भी तैनात किया गया है, ताकि प्रशासनिक अमले (ADMINISTRATIVE STAFF) को कोई परेशानी न हो सके. बेगमबाग कॉलोनी के 250 मकान तोड़ने का अल्टीमेटम (ULTIMATUM) दिया गया है. मकान खाली करने के बदले में प्रशासन की तरफ से 3 लाख रुपए की अनुग्रह राशि (COMPENSATION AMOUNT) भी दी जा रही है. अभी जिन 37 परिवारों ने मुआवजा राशि स्वीकार कर ली है, उनके मकान तोड़े जा रहे हैं. SDM ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश अनुसार आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
एक हफ्ते में टूटेंगे 250 मकान
बेगमबाग क्षेत्र के 250 मकानों के लिए मंदिर समिति की ओर से 7 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि स्वीकार की गई है. जिसमें से 3 लाख रुपए एक मकान मालिक को देने की योजना है. सुप्रीम कोर्ट (SUPREME COURT) के आदेश के मुताबिक यह कार्रवाई की जा रही है. जिला प्रशासन ने रहवासियों को इससे पहले विक्रम नगर रेलवे स्टेशन के पास मल्टी में रहने का आग्रह किया था. बाद में प्रशासन के इस फैसले को लोगों ने ठुकराकर 3 लाख की अनुग्रह राशि लेने पर सहमति जताई. सोमवार तक सभी लोगों को बैंक डिटेल्स (BANK DETAILS) देनी होगी. एक हफ्ते में राशि नहीं लेने वालों के मकानों को बलपूर्वक तोड़ा जाएगा.
उज्जैन के महाकाल मंदिर में पुरातात्विक महत्व की मिलती चीज़ें
8 गुना बड़ा होगा क्षेत्रफल
मृदा प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से 8 गुना बढ़ जाएगा. मंदिर क्षेत्र विस्तार एवं विकास कार्यों के लिए कुल 250 परिवारों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है. महाकाल मंदिर एवं महाराजवाड़ा परिसर के बीच की सड़क चौड़ी करने के लिए 6 परिवार, महाकाल मंदिर से महाकाल चौराहा तक मार्ग चौड़ीकरण के लिए 40 परिवार, सरस्वती शिशु मंदिर समानांतर मार्ग को चौड़ा करने के लिए 20 परिवार और बड़ा गणेश मंदिर से चौबीस खंभा माता मंदिर मार्ग तक चौड़ीकरण करने के लिए 12 परिवारों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है.
दो चरणों में महाकाल मंदिर का विस्तार
- शुरू हुआ पहले चरण का काम
पहले चरण में नूतन स्कूल परिसर, गणेश स्कूल कॉम्प्लेक्स, महाकाल मंदिर का नया प्रवेश द्वार, 900 मीटर लंबा महाकाल कॉरिडोर, महाकाल प्लाजा, कमल तालाब, मिडवे जोन, सप्तऋषि-शिव स्तंभ दर्शन क्षेत्र आकार लेता दिखाई देने लगा है. जल्द ही थीम पार्क, रूद्रसागर घाट और डेक एरिए का विकास कार्य शुरू होगा.
- दूसरे चरण में होंगे यह काम