उज्जैन। देशभर में लगातार हो रही पशु-पक्षियों की मौत में उज्जैन जिला भी शामिल हो गया है. अब तक करीब 100 कौवे, कबूतर, बगुला बेसुध व मृत अवस्था में जगह-जगह से मिल चुके हैं. जिनमें से 28 पक्षियों के सैंपल लेकर भोपाल भेजा गया है. सभी मृत पक्षियों को शहर से दूर गहरे गड्ढे में दफना दिया गया है. वहीं बेसुध अवस्था में मिल रहे पक्षियों का उपचार जारी है. सीसीटीवी और वीडियो फुटेज भी वायरल हुए हैं, जिसमें कुत्ते कौवे खा रहे हैं तो वही सुअर अचानक गिरकर मर रहे मामले को संज्ञान में लेकर पशु विभाग ने जिम्मेदारों के साथ बैठक की और दिशा निर्देश जारी किए.
दरअसल पशुपालक, पशु स्वास्थ्य कर्मी, नगर निगम, फॉरेस्ट के जिम्मेदारों के बीच हुई बैठक में मुर्गे, मुर्गियों व अन्य पशु पक्षियों के बीमारियों से बचाव के लिए कुछ उपाय को लेकर विशेष चर्चा हुई. जिसमें पशु पक्षियों को बाड़े में बंद रखने की सलाह, प्लेटफार्म की देखभाल, स्वच्छता, अन्य व्यक्ति के प्रवेश पर रोक, पशु, पक्षियों के अन्य जानवरों का संपर्क, साथ ही भीड़ में किसी को ना छोड़ने की सलाह देने समेत कई विषयों पर चर्चा की गई. वहीं असामान्य मौत, बीमारी की सूचना तत्काल जिम्मेदारों को देने की बात कही गई.
पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ. एसके त्रिवेदी ने मीडिया से चर्चा की. उन्होंने बताया कि जिले भर में लगातार हो रही कौवा, कबूतर व अन्य पशु, पक्षियों की मौत को संज्ञान में लेते हुए हमने मीटिंग की और पशुपालकों को भी बुलाकर जानकारी दी है. पोल्ट्री फॉर्म वालों को परिसर में विशेष ध्यान रखना चाहिए. कोई भी पशु, पक्षी बेसुध अवस्था में दिखता है तो हमें तत्काल सूचना दें. वही सुअर के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि सुअर में एफएमडी बीमारी होती है. इसका इस बीमारी से कोई संबंध नहीं है.