उज्जैन। राहुल गांधी के उज्जैन दौरे को लेकर कांग्रेसी उत्साहित हैं. राहुल गांधी बाबा महाकाल के दर्शन भी करेंगे. इस दौरान कांग्रेस ने महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में फोटोग्राफी पर बंदिश लगाने को लेकर विरोध शुरू कर दिया है. दरअसल, 12 नवंबर को जिला कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने जो प्रतिबंध के आदेश जारी किये थे, उसमें उन्होने कहा था कि व्यवस्थाएं बदली हैं. मंदिर के गर्भ गृह में आम श्रद्धालुओं द्वारा मोबाइल कैमरा ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है. हालांकि यह प्रतिबंध सिर्फ आम श्रद्धालुओं पर लागू है, जोकि गर्भ गृह में दर्शन करते वक्त मोबाइल व कैमरा का प्रयोग नहीं कर सकते.
इसलिए लगाया है फोटोग्राफी पर बैन : इस प्रतिबंध की मुख्य वजह यह है कि जब 1500 रुपए की रसीद लेकर श्रद्धालु भगवान को जल चढ़ाने मंदिर के गर्भगृह में पहुंचते हैं तो साथ में मोबाइल व कैमरा भी लेकर चले जाते हैं और आधा समय फोटो खिंचवाने में लगा देते हैं, जिससे गर्भगृह में जगह कम होने से भीड़ बढ़ जाती है. ऐसे में गणेश मंडपमं व कार्तिक मंडपमं से श्रद्धालु भगवान के दर्शन नहीं कर पाते. सबको दर्शन हो सकें, इसलिए ये व्यवस्था बदली गई है. गर्भगृह में मोबाइल व कैमरा आम श्रद्धालुओं के ले जाने पर प्रतिबंध इसलिए है कि श्रद्धालु अच्छे से दर्शन कर जल्दी बाहर निकल सकें.
अधिकृत कैमरामैन तैनात रह सकते हैं : वहीं, बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने फिर स्पष्ट किया कि जब कोई वीआईपी, वीवीआईपी मंदिर में आता है और गर्भगृह में बाबा महाकाल के दर्शन करता है तो उस वक्त गर्भ गृह के द्वार पर साइड में खड़े होकर मीडिया कर्मी व मंदिर समिति के अधिकृत कैमरामैन कैमरा व मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि उस वक्त श्रद्धालु गर्भगृह में नहीं होते हैं. सिर्फ वीआईपी व वीवीआईपी मौजूद होते हैं. ऐसे में भीड़ नहीं होती है तो आसानी से व्यवस्था बनी रहती है.
Ujjain Bharat Jodo Yatra राहुल गांधी 1 दिसंबर को उज्जैन में करेंगे महाकाल पूजन
क्या बोले पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा : इधर, उज्जैन पहुंचे पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हम लोग लंम्बे समय से विपक्ष में बैठे हैं. राहुल गांधी के आने से पहले महाकाल मंदिर के गर्भगृह में फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाना सरकार की मानसिकता दर्शाता है. इससे राहुल गांधी की कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. वे तीसरी बार आ रहे है मंदिर में. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस विधायक ने भी आरोप लगाया था कि महाकालेश्वर मंदिर समिति ने भारत जोड़ो यात्रा को देखते हुए यह निर्णय लिया.