उज्जैन। शहर में पिछले 15 दिनों से कोरोना को लेकर चरमराई व्यवस्थाओं के बिच गुरुवार को तराना विधानसभा से कांग्रेस के विधायक महेश परमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर सांकेतिक उपवास शुरू किया. टावर चौराहे पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति के निचे उपवास पर बैठे विधायक ने मध्य प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा की कोरोना महामारी के चलते लोगों की जान जा रही है, और सीएम चुनाव में प्रचार कर रहे थे.
- आगे भी करेंगे आंदोलन
विधायक ने कहा कि उज्जैन के अस्पतालों की हालत देखो कही भी बेड, ऑक्सीजन और अन्य इलाज के लिए मरीज के परिजन भटक रहे है. सरकार तमाशा देख रही है. अगर सरकार ने जल्द ही कोई बड़े कदम नहीं उठाए तो आंदोलन, धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल के जरिए लंबी लड़ाई लड़ी जाएगी.
- प्रदर्शन पर रोक फिर भी धरने पर बैठे विधायक
उज्जैन जिले में धरा 144 लगी हुई है. जहां बिना अनुमति के प्रदर्शन पर रोक लगी है, लेकिन इसके बावजूद भी विधायक महेश परमार ने अपने साथियों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बिना सांकेतिक उपवास शुरू कर दिया. महेश परमार ने कहा कि जब तक कोई अधिकारी आकर इस बात का आश्वासन नहीं देता की एक दो दिन में व्यवस्था सुधार ली जाएगी तब तक उपवास जारी रहेगा.
स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से खफा होकर आम आदमी का अनोखा धरना
- सोई हुई है प्रदेश सरकार
मीडिया से बात करते हुए तराना विधयाक महेश परमार ने कहा कि पुरे शहर में मौत का मंजर चल रहा है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी और बेड नहीं मिलने से लोग परेशान है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की मारामारी है. रोजाना इस तरह की खबरे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक के माध्यम से मिल रही है. इसके बाद भी सरकार सोई हुई है. सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम 7 ऑक्सीजन प्लांट लगवाने वाले थे, उसका क्या हुआ? हमें राजनीति नहीं करना है, लेकिन आम आदमी परेशान हो रहा है.