उज्जैन। जिले में कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के खिलाफ भारी संख्या में ट्रैक्टर रैली निकाली. रैली मंडी से कलेक्टर कार्यालय तक निकाली गई. कांग्रेस ने यह रैली दिल्ली में चल रहे कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली. आपको जानकार हैरानी होगी कि विरोध प्रदर्शन करने ट्रैक्टर लेकर आए कथिक किसानों को ना ही कृषि कानून का पता है, और ना ही रैली के में आने की वजह. रैली का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी सरकार पर हमला बोला. सज्जन वर्मा ने सिंधिया के बिकने से लेकर कृषि मंत्री तोमर को चंबल के पानी तक की याद दिलाने की बात कही.
200 से अधिक ट्रैक्टर लेकर पहुंचे कांग्रेसी
कांग्रेस कार्यक्रताओं ने किसानों के नाम पर रैली तो निकाल ली, लेकिन कथिक तौर पर आए किसानों को कृषि कानुन की कमियां समझाने में असफल रहे. किसान के नाम पर कांग्रेसी 200 से अधिक ट्रैक्टर लेकर शहर की कृषि मंडी पहुंचे. दोपहर में मंडी से रैली की शुरुआत हुई. रैली का मार्गदर्शन कर रहे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री सचिन यादव, तराना विधायक महेश परमार, बडनगर से मुरली मोरवाल, आलोट विधानसभा के विधायक भी मौजूद रहे. रैली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते पुलिस प्रशासन ने ड्रोन, एसएएफ के जवान का सहारा लिया. रैली चिमनगंज मंडी, कोयला फाटक, चामुंडा माता मंदिर चौराहा और टॉवर चौक होती हुई जिला पंचायत पर समाप्त हुई.
किसान खेतों से आए हैं या पार्टी कार्यालय से?
रैली में पहुंचे किसान को आप सुनेंगे तो अंदाजा लगा सकते है कि यह किसान खेतों से आए है या किसी पार्टी के कार्यालय से आए है. किसान मोहन से मीडिया ने जब सवाल किया तो किसान मोहन ने जो कहा आप सुनकर दंग रह जाएंगे. किसान से सवाल किया आप यहां क्यों आए हैं? तो उन्होंने कहा कमलनाथ जी ने मध्य प्रदेश सरकार को चैलेंज किया है कृषि बिल वापस करने के लिए, क्योंकि यह बिल हमारे लिए अहित है. अहित क्यों है? तो किसान मोहन ने अजीब सा उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार हम अलमारी का ताला खराब होने की चाबी वाले को बुलाते हैं, तो वहीं उस अलमारी का मालिक बन जाता है.
हम तो बिजली बिल वापस करवाने आए हैं
रैली में नए कृषि कानुन का विरोध करने आए किसानों को ये भी नहीं पता कि विरोध किस बिल का हो रहा है. रैली में मौजूद एक किसान से मिडिया ने सवाल पुछे तो किसान बोलने लगा कि हम बिजली बिल और पानी बिल का विरोध करने रैली में आए है. सोयाबिन का बिल हनको नहीं मिलेगा.
सज्जन वर्मा ने भी सरकार पर साधा निशाना
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि 20 तारीख को मुरैना की बॉर्डर पर खाट पंचायत होगी, जहां से कमलनाथ जी के नेतृत्व में दिल्ली की ओर कूच किया जाएगा. शिवराज तुझ में दम है तो रोक ले, आज तो नींद भी नहीं आने वाली है. व्यापारियों को नसीहत देते हुए कहा कि किसान की जेब में पैसा होगा खरीदने की ताकत होगी तभी वह दुकान पर आएगें वरना नहीं इस बात को ध्यान रखें. किसान को मजबूत बनाएं 100 मोदी भी आ जाए तो किसान के सामने घुटने टेकना पड़ेंगे.आजाद भारत के प्रधानमंत्री मोदी अंबानी-अडानी का गुलाम है. मोदी की औकात नहीं है कि वो देश को चलाए. वहीं नरेंद्र सिंह तोमर और मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि तुमसे ज्यादा विद्वान देश का किसान है.