उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी के प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में तिल चतुर्थी का उत्सव 21 जनवरी शुक्रवार को मनाया जाएगा. शहर के गणेश मंदिरों में भगवान श्री गणेश का पूजन-अनुष्ठान कर आराधना की जाएगी. भगवान को तिल से बने पकवानों का भोग (Chhappan Bhog to Lord Ganesha on Til Chaturthi) लगाया जाएगा. गणेश मंदिरों में शुक्रवार को दिन भर भगवान के अद्भुत श्रंगार के दर्शन होंगे.
बड़े गणेश मंदिर का 115वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा
तिल चतुर्थी पर शुक्रवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर के पीछे बड़े गणेश मंदिर में इस बार 115वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा. भगवान श्री गणेश को एक हजार अथर्वशीर्ष पाठ के साथ ही एक हजार कमल पुष्प, मोदक, लाल पुष्प, दुर्वा से अभिषेक किया जाएगा. भगवान बड़े गणेश को 2 हजार मोदक का महाभोग का लगाया जाएगा. रात्रि में 8.40 बजे चंद्र दर्शन के समय भगवान को लड्डूओं का महाभोग लगाकर आरती की जाएगी. चिंतामन मंदिर में प्रातः पंचामृत से अभिषेक होगा. घी, सिंदूर और चांदी-सोने के वर्क वाला चोला चढ़ाया जाएगा. भोग में लड्डू तथा तिल से बने छप्पन पकवानों का भोग अर्पित किया जाएगा.
छप्पन पकवानों का भोग लगाकर की जाएगी महाआरती
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर के पुजारी दिलीप उपाध्याय चम्मू गुरू ने बताया कि तिल चतुर्थी पर भगवान सिद्धिविनायक गणेश का सुबह 6 बजे अभिषेक पूजन होगा. इसके पश्चात भगवान को नए वस्त्र व चांदी के आभूषणों से दिव्य श्रंगार किया जाएगा. पर्व विशेष पर भगवान सिद्धिविनायक को तिल से बने छप्पन पकवानों का भोग लगाकर दोपहर एक बजे महाआरती की जाएगी.