उज्जैन। जिले के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डीन ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मेडिकल कॉलेज के डीन ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने प्रशासन-प्रदेश सरकार के साथ हमेशा मिलकर काम किया, लेकिन पिछले एक साल से प्रदेश सरकार ने अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल बनाकर उसकी कमान अपने हाथ में रखी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की कीमतें भी खुद तय कर रखी हैं.
- कर्ज में डूबा अस्पताल
अस्पताल प्रवंधन ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा अस्पताल को पूर्व में तय निर्धारित राशि देने की बात कही गई थी, जो एक साल बीत जाने के बाद भी अस्पताल को प्रदेश सरकार ने भुकतान नहीं किया है. उन्होंने कहा कि आरडी गार्डी अस्पताल को सरकार द्वारा 20 करोड़ रुपए का भुकतान होना था. जो अब तक नहीं हो पाया है. यहां तक कि अस्पताल को 2020 से आज तक कोरोना की आरटीपीसीआर जांच का कुल 4 करोड़ रुपए के बिल का भी भुकतान नहीं किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल की अब वित्तीय स्थिति गड़बड़ाने लगी है और अस्पताल कर्ज में डुबने लगा है.
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- बुधवार रात 100 बेड अस्पताल से ले जाए गए
आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के डीन ने मामले को लेकर बताया कि पहले की बकाया राशि भुकतान न किए जाने के बाद भी बुधवार रात जिला प्रशासन अस्पताल से 100 बेड और अन्य सामान ले गया. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस सामान से एक नया कोरोना वार्ड तैयार किया जा रहा है.