उज्जैन। जबलपुर में कांग्रेस कार्यालय पर तोड़फोड़ मामले में कांग्रेस कमेटी ने महिला सेवा दल और NSUI के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया. रविवार शाम हनुमान चालीसा पढ़ते हुए बजरंग दल को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से विरोध किया, लेकिन विरोध के दौरान कांग्रेस की एक गलती भारी पड़ गई. भाजपा व बजरंग दल दोनों ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया.
कांग्रेस ने जूते चप्पल पहन किया हनुमान चालीसा पाठ: दरअसल, हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ते वक्त कई कार्यकर्ताओं ने जूते-चप्पल पहने रखे थे. जिसको लेकर भाजपा के पूर्व मंत्री उज्जैन उत्तर से विधायक पारस जैन और बजरंग दल के जिला संयोजक अंकित चौबे ने कहा जिनमें बुद्धि ही नहीं है उन्हें तो अब भगवान महाकाल ही सद्बुद्धि देंगे. वह हमारे लिए क्या सद्बुद्धि का संदेश देंगे. हम तो भूमि पूजन भी करते हैं तो जूते चप्पल उतार कर. हालांकि इस पूरे मामले में शहर अध्यक्ष कांग्रेस रवि भदौरिया ने जूते पहनकर हनुमान चालीसा का पाठ करने के आरोप को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि हमने जूते उतारकर ही हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा है. मीडिया द्वारा बनाए गए वीडियो पाठ के पहले की है.
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मामला पकड़ रहा तूल: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंग दल को बैन करने की बात कही है. जिसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जबलपुर के बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. बस उसी बात को लेकर अब कांग्रेस बजरंग दल के विरोध में उतरी है. वहीं राजनीतिक बयानबाजी भी इस मामले में लगातार तूल पकड़ रही है.