उज्जैन। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पूरी महाराज ने कहा कि कुछ सनातनी लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं. बता दें कि रतलाम में प्रवचन के दौरान शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने एक बयान देकर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से इंकार कर दिया है. स्वामी निश्चलानंद ने राम मंदिर के लोकार्पण को लेकर कहा था कि मोदी चाहते हैं कि साधु-संत ताली बजाएं और प्रधानमंत्री को नमस्कार करें. उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रों के अनुसार होना चाहिए.
सनातन में कुछ लोग नालायक : शंकराचार्य ने आगे कहा था कि ऐसे आयोजन में मैं क्यों जाऊं. पद की गरिमा के चलते अयोध्या नहीं जाऊंगा. अब इसको लेकर संतों के बयान भी सामने आ रहे हैं. उज्जैन के अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज का कहना है कि हमारे सनातन में कुछ लोग नायक होते हैं और कुछ नालायक होते हैं. मैं किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं बोल रहा. आपने जो मुझसे पूछा मैंने तो सुना नहीं लेकिन जो हमारे संत हैं, सनातनी हैं और राम का विरोध करते हैं, मैं समझता हूं कि वह सनातन का विरोध करते हैं.
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ये भी बोले : रविंद्र पुरी ने कहा कि आज आपको शुभ और अशुभ दिख रहा है. इतने समय से कहां थे. जिन्होंने पूरा जीवन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए खपा दिया. हमने सबने देखा कि प्रधानमंत्री दंडवत प्रणाम कर रहे थे, जब भूमिपूजन हुआ. सभी सनातनी की उस समय आंखों में आंसू थे. इस वक्त जो नालायक लोग हैं, वह विरोध कर रहे हैं. मैं समझता हूं कि किसी को विरोध नहीं करना चाहिए. मैं सभी से निवेदन करता हूं कि विरोध मत कीजिए. हम सब सनातनी हैं. राम मंदिर बन गया, इससे बढ़कर और क्या चाहिए.