उज्जैन। पूर्णिमा के मौके पर राम घाट पर होने वाले स्नान के लिए प्रशासन ने बोरिंग के पानी के फव्वारे लगाए हैं. प्रशासन ने इस बार इसलिए ऐसा किया है कि क्योंकि शिप्रा नदी का पानी बेहद दूषित हो चुका है. जिसके कारण रामघाट पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचती है.
शनिचरी आवास के मौके पर स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने देखा था कि शिप्रा का पानी पूरी तरीके से गंदा, कीचड़ युक्त और काला हो गया है. जिससे सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने क्षिप्रा नदी में जाने से रोक लगाते हुए स्नान के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है.
बता दें कि करीब 11 महीने पहले उज्जैन के त्रिवेणी शनिचरी आवास पर कीचड़ में स्नान के समय कलेक्टर और कमिश्नर पर कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने दोनों को उज्जैन से हटा दिया था.