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खगोलीय घटना का साक्षी बना उज्जैन, 12 बजकर 28 मिनट पर परछाईं ने भी छोड़ा साथ

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन उज्जैन में अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिली. यहां दोपहर में कुछ वक्त के लिए परछाईं ने शरीर का साथ छोड़ दिया.

खगोलीय घटना
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Published : Jun 21, 2019, 6:44 PM IST

Updated : Jun 21, 2019, 6:52 PM IST

उज्जैन। 21 जून को उज्जैन के जीवाजी राव वेधशाला में खगोलीय घटना का नजारा देखने को मिला. दोपहर को 12 बजे 28 मिनट पर परछाईं गायब हो गई. इस नजारे को शंकु यंत्र के जरिए छात्र और लोगों ने देखा.


बता दें कि हर साल 21 जून के दिन कुछ समय के लिए परछाईं भी हमारा साथ छोड़ देती है. यह स्थिति 21 जून दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर होती है. इस दिन उज्जैन में सूर्योदय सुबह 5 बजकर 42 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 7 बजकर 16 मिनट पर होता है. इस तरह यह दिन सबसे बड़ा मतलब कि 13 घंटे 34 मिनट का होता है, जबकि रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी.

खगोलीय घटना का दिखा नजारा


21 जून के बाद सूर्य की दक्षिण तीव्र गति शुरू हो जाएगी. वेधशाला के अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र गुप्त का कहना है कि सूर्य आज 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा. कर्क रेखा की स्थिति 23 डिग्री 26 मिनट उत्तरी पर होगी. उन्होंने कहा कि उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है, इसलिए 21 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर सूर्य की किरणें लंबवत होने के कारण परछांई सुन्न हो जाती है.


साल में 2 दिन ही सूर्य पूर्व दिशा में है उगता
साल में 2 दिन ही सूर्य वास्तविक पूर्व दिशा में उगता है. इसी तरह साल में महज 2 दिन ऐसे होते हैं, जब सूर्य मध्य के समय हमारे सिर के ऊपर चमकता है. इसलिए इन दोनों में मध्य के समय में हमारी परछाईं भी साथ छोड़ देती है. 21 जून के बाद सूर्य की किरणें धीरे-धीरे छोटी होने लगती है. जिससे दिन छोटा और रात बड़ी हो जाएगी.

उज्जैन। 21 जून को उज्जैन के जीवाजी राव वेधशाला में खगोलीय घटना का नजारा देखने को मिला. दोपहर को 12 बजे 28 मिनट पर परछाईं गायब हो गई. इस नजारे को शंकु यंत्र के जरिए छात्र और लोगों ने देखा.


बता दें कि हर साल 21 जून के दिन कुछ समय के लिए परछाईं भी हमारा साथ छोड़ देती है. यह स्थिति 21 जून दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर होती है. इस दिन उज्जैन में सूर्योदय सुबह 5 बजकर 42 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 7 बजकर 16 मिनट पर होता है. इस तरह यह दिन सबसे बड़ा मतलब कि 13 घंटे 34 मिनट का होता है, जबकि रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी.

खगोलीय घटना का दिखा नजारा


21 जून के बाद सूर्य की दक्षिण तीव्र गति शुरू हो जाएगी. वेधशाला के अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र गुप्त का कहना है कि सूर्य आज 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा. कर्क रेखा की स्थिति 23 डिग्री 26 मिनट उत्तरी पर होगी. उन्होंने कहा कि उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है, इसलिए 21 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर सूर्य की किरणें लंबवत होने के कारण परछांई सुन्न हो जाती है.


साल में 2 दिन ही सूर्य पूर्व दिशा में है उगता
साल में 2 दिन ही सूर्य वास्तविक पूर्व दिशा में उगता है. इसी तरह साल में महज 2 दिन ऐसे होते हैं, जब सूर्य मध्य के समय हमारे सिर के ऊपर चमकता है. इसलिए इन दोनों में मध्य के समय में हमारी परछाईं भी साथ छोड़ देती है. 21 जून के बाद सूर्य की किरणें धीरे-धीरे छोटी होने लगती है. जिससे दिन छोटा और रात बड़ी हो जाएगी.

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Sir file ftp kari hai plzzz chek 


एंकर----आज 21 जून को उज्जैन की जीवाजीराव वेधशाला में दिखा खगोलीय घटना का नजारा ,ठीक 12:28 पर परछाई (साया )हुई गायब इस नजारे को शंकु यंत्र के माध्यम से छात्र और दर्शकों ने देखा। 




वीओ---21 जून को तो कुछ समय के लिए परछाई भी आपका साथ छोड़ें देती है । यह स्थिति 21 जून दोपहर  12:00 बज कर 28 मिनट पर होती है  21 जून को उज्जैन मैं सूर्योदय सुबह 5:00 बचकर 42 मिनट वाह सूर्य देव शाम 7:00 बज कर 16 मिनट पर हुआ  इस प्रकार दिन सबसे बड़ा 13 घंटे 34 मिनट का होगा और रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी 21 जून के  बाद सूर्य की दक्षिण तीव्र गति प्रारंभ हो जाएगी वेधशाला के अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र गुप्त के अनुसार पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर परिभ्रमण के कारण सूर्य 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा कर्क रेखा की स्थिति 23 डिग्री 26 मिनट उत्तरी पर होगी उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है इसलिए 21 जून को दोपहर 12:00 बज के 28 मिनट पर सूर्य की किरणें लंबवत होने के कारण परछाई सुन्न हो जाती है  वर्ष में 2 दिन ही सूर्य वास्तविक पूरब दिशा में उगता है इसी तरह साल में महज2 दिन ऐसे होते हैं जब सूर्य मध्य है के समय हमारे सिर के ऊपर चमकता है इसलिए इन दोनों दिनों में मध्य के समय हमारी परछाई भी साथ छोड़ देती है 21 जून के बाद सूर्य की किरणें धीरे धीरे छोटी होने लगती है इसलिए दिन छोटा और रात बड़ी हो जाएगी इस नज़ारे को देखने के लिए छात्र- छात्राए और दर्शक भी वेधशाला पहुचे और शंकु यंत्र के माध्यम से इस नज़ारे को देखा |




बाईट---राजेन्द्र गुप्त ---वेधशाला अधीक्षक 

बाईट ---हिमानी--छात्रा

Last Updated : Jun 21, 2019, 6:52 PM IST
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