टीकमगढ़। जिले में पीएम आवास योजना के नाम पर खूब भ्रष्टाचार हो रहा है, जतारा से पहुंची महिलाओं ने ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक पर आरोप लगाया कि उनकी लापरवाही और मनमानी के चलते पीएम आवास योजना और टॉयलेट का लाभ नही मिल पा रहा है. इस मामले में अपर कलेक्टर का कहना है कि जांच के बाद आवास दिलाने की पहल की जाएगी.
जतारा गांव की आदिवासी बस्ती की 3 दर्जन महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची और अपनी समस्या रखी. उनका कहना है कि उन्हें पीएम आवास का लाभ नहीं मिला. जिसकी वजह से वह टूटे घरों में रहने को मजबूर हैं. कई लोग तो झोपड़ी डालकर रहने को मजबूर हैं, जबकि यह योजना गरीबों के लिए चलाई गई है. जतारा गांव के करीब 30 परिवार ऐसे हैं, जिनको इस योजना का लाभ नहीं दिया गया. जिससे ये महिलाएं परेशान हैं.
महिलाओं का कहना है कि उनकी कोई सुनने वाला नही है. पहली परेशानी घर की है और दूसरी समस्या टॉयलेट की है. इनके टॉयलेट भी नहीं बने, जिससे इनको काफी दूर खुले में शौच जाना पड़ता है.