टीकमगढ़। बल्देवगढ़ जनपद पंचायत में स्थित सुकोरा गांव में आज भी ग्रामीणों घुटनों तक पानी में चलकर अपने घर पहुंचते हैं. स्कूल जाने के लिए बच्चों को सड़क से नहीं बल्कि दरिया से गुजरकर जाना पड़ता है. गांव में रहने वाले एक युवक ने बताया, कि दो साल पहले ही गांव में सड़क बनी थी. लेकिन कुछ ही महीने में उखड़ गई. जिससे गांव से शहर के लिए आवागमन के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
सुकोरा गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग पूरनलाल रैकवार ने बताया कि गांव में ना सड़क है और ना ही रास्ते. उन्होंने बताया कि उनके गांव से नगर में जाने के लिए भी पांच- पांच किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है. गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी पूरी तरह अभाव है.
सबसे खास बात गांव के बच्चे बारिश के दिनों में स्कूल नहीं जा पाते हैं. उन्होंने इसके लिए ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को जिम्मेदार बताया है.
वहीं छात्रों का कहना है कि बारिश के दिनों में रास्ते में पानी भर जाता है, जिसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, छात्रों को घुटनें तक पानी में चलकर स्कूल का
सफर तय करना पड़ता है. कई बार शिकायत करने के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ.