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जनसुनवाई में अनाथ बच्चों ने सुनाई अपनी पीड़ा, कलेक्टर ने दिया मदद का भरोसा

माता-पिता की मौत के बाद दर-दर के ठोकर खा रहे पांच बच्चे मदद की गुहार लगाने जनसुनवाई में पहुंचे, जहां अधिकारियों ने तो औपचारिकता कर उन्हें चलता कर दिया, लेकिन मामले की जानकारी मिलते ही कलेक्टर सौरभ सुमन ने अधिकारियों को बच्चों की मदद के लिए निर्देशित किया है.

जनसुनवाई में अनाथ बच्चों ने सुनाई अपनी पीड़ा
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Published : Nov 19, 2019, 9:50 PM IST

टीकमगढ़। जिले के ये सभी यतीम बच्चे आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाने पर मजबूर हैं. कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अनाथ बच्चों ने आकर अपनी दुख भरी दास्तान सुनाई, जहां अधिकारियों ने औपचारिकता कर उन्हें चलता कर दिया, लेकिन जैसे ही कलेक्टर को पूरे मामले की जानकारी हुई, उन्होंने तुरंत बच्चों की मदद के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. इन बच्चों के सिर से माता- पिता का साया उठ चुका है, जिस कारण ये दर- दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं, जबकि इनके पिता शिक्षा विभाग में एक शिक्षक थे.

जनसुनवाई में अनाथ बच्चों ने सुनाई अपनी पीड़ा

कलेक्टर ने दिए मदद के निर्देश
जब बच्चे कलेक्टर सौरभ सुमन के पास अपनी समस्याओं के लेकर पहुंचे तो उन्होंने इनकी समस्या को गम्भीरता से सुना, साथ ही इन बच्चों की मदद के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कलेक्टर ने अनाथ बच्चों के पिता की भविष्य निधि से 1 लाख 30 हजार रुपया बच्चों को दिए जाने के निर्देश दिए जिला शिक्षा अधिकारी को दिया. साथ ही दो बच्चियों को 4 हजार रुपया प्रतिमाह देने के निर्देश दिए और उनके पिता की पेंशन प्रकरण बनाकर उनके बच्चों को देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इन बच्चों की हर संभव मदद की जाएगी.

पिता थे सरकारी शिक्षक
पलेरा तहसील के तापरियांन गांव के इनके पिता टीचर थे, जिनकी सितंबर माह में बीमारी के मौत हो गई थी. लेकिन शिक्षा विभाग की तरफ से इन बच्चों की कोई भी मदद नहीं की गई, इन बच्चों के सर से 2017 में ही मां का साया भी छिन गया है. जिस कारण अब ये बच्चे पूरी तरह यतीम हो गए हैं.

बड़ी बहन ही है माता-पिता
माता-पिता की मौत के बाद इन सभी बच्चों की आर्थिक हालत खराब हो गई है. आज ये सभी बच्चे दाने- दाने के लिए मोहताज हैं. गरीबी के कारण सभी बच्चों ने स्कूल से पढ़ाई भी छोड़ दी और बस किसी तरह पेट भरने की जुगत में लगे रहते हैं. इन सभी 5 बच्चों के लिए उनकी 17 साल की बहन ही मां बाप है.

टीकमगढ़। जिले के ये सभी यतीम बच्चे आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाने पर मजबूर हैं. कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अनाथ बच्चों ने आकर अपनी दुख भरी दास्तान सुनाई, जहां अधिकारियों ने औपचारिकता कर उन्हें चलता कर दिया, लेकिन जैसे ही कलेक्टर को पूरे मामले की जानकारी हुई, उन्होंने तुरंत बच्चों की मदद के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. इन बच्चों के सिर से माता- पिता का साया उठ चुका है, जिस कारण ये दर- दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं, जबकि इनके पिता शिक्षा विभाग में एक शिक्षक थे.

जनसुनवाई में अनाथ बच्चों ने सुनाई अपनी पीड़ा

कलेक्टर ने दिए मदद के निर्देश
जब बच्चे कलेक्टर सौरभ सुमन के पास अपनी समस्याओं के लेकर पहुंचे तो उन्होंने इनकी समस्या को गम्भीरता से सुना, साथ ही इन बच्चों की मदद के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कलेक्टर ने अनाथ बच्चों के पिता की भविष्य निधि से 1 लाख 30 हजार रुपया बच्चों को दिए जाने के निर्देश दिए जिला शिक्षा अधिकारी को दिया. साथ ही दो बच्चियों को 4 हजार रुपया प्रतिमाह देने के निर्देश दिए और उनके पिता की पेंशन प्रकरण बनाकर उनके बच्चों को देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इन बच्चों की हर संभव मदद की जाएगी.

पिता थे सरकारी शिक्षक
पलेरा तहसील के तापरियांन गांव के इनके पिता टीचर थे, जिनकी सितंबर माह में बीमारी के मौत हो गई थी. लेकिन शिक्षा विभाग की तरफ से इन बच्चों की कोई भी मदद नहीं की गई, इन बच्चों के सर से 2017 में ही मां का साया भी छिन गया है. जिस कारण अब ये बच्चे पूरी तरह यतीम हो गए हैं.

बड़ी बहन ही है माता-पिता
माता-पिता की मौत के बाद इन सभी बच्चों की आर्थिक हालत खराब हो गई है. आज ये सभी बच्चे दाने- दाने के लिए मोहताज हैं. गरीबी के कारण सभी बच्चों ने स्कूल से पढ़ाई भी छोड़ दी और बस किसी तरह पेट भरने की जुगत में लगे रहते हैं. इन सभी 5 बच्चों के लिए उनकी 17 साल की बहन ही मां बाप है.

Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ जिले में आज जनसुनबाई में 5 लावारिस बच्चो ने अपनी फरियाद सुनाई कलेक्टर को तो कलेक्टर ने दिया सहयोग करने का आश्वासन


Body:वाईट /01 कुमारी बबीता आदिवासी लावारिस बच्ची तापरियांन चौहान

वाईट /02 सोरभ सुमन कलेक्टर टीकमगढ

वाइस ओबर / टीकमगढ जिले में आज जनसुनबाई के दौरान 5 लावारिस बच्चो ने आकर अपनी दुख भरी दास्तान सुनाई तो सभी की आंखे नम होगई थी यह बच्चे पूरी तरह से लावरिस है !इनके सिर से इनकी माता और पिता का साया उठ चुका है !जिस कारण यह सभी 5 बच्चे यतीम हो गए है !और आज उदर पोषण के लिए दर दर की ठोकरे खाते फिर रहे है !लेकिन उनकी कोई मदद नही करता जिससे सभी बच्चो ने पढ़ाई भी छोड़ दी है !दरअसल यह बच्चे पलेरा तहसील के तापरियांन चौहान गांव के है !जो रामलाल आदिवासी के सभी बच्चे है !रामलाल आदिवासी टीचर थे !शासकीय पाठशाला चरी में लेकिन उनकी मौत 5/9/2019 को होगई थी बीमारी के चलते इसके पहिले इन बच्चो की माता की मौत 2017 में हो गई थी जिनका पालन पोषण उनका पिता करता था लेकिन अब पिता की मौत के वाद स यह सभी बच्चे अनाथ होगये है !जिसमे सबसे बड़ी बेटी बबिता है !जो 17 साल की है !और सभी भाई बहिन छोटे छोटे है !जिसमे अर्चना आदिवासी 15 साल ,उर्मिला आदिवासी ,12 साल ,सोमवती आदिवासी 9 साल ओर आशीष आदिवासी 16 साल का है !जिसमे 4 वहिने ओर एक भाई है !माता पिता की मौत के वाद इन सभी बच्चो की आर्थिक हालत खराव हो गई है !और आज यह सभी बच्चे दाने दाने को मुंह ताज है !गरीवी जे चलते इन सभी बच्चों ने स्कूल से पढ़ाई भी छोड़ दी और सभी उदर पोषण की जुगाड़ में लगे रहते है !और इन सभी बच्चों की हालत काफी दयनीय है !इन सभी 5 बच्चो उनकी 17 साल की दीदी ही बच्चो की माँ बाप है !जो सभी काफी परेसान है !


Conclusion:टीकमगढ जिले के यह सभी यतीम बच्चे आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाने पर मजबूर है !क्योंकि इनके पिता की मौत के वाद शिक्षा बिभाग इन बच्चो की कोई भी मदद नही की न कोई पिता की पेंसन ओर न ही आर्थिक सहायता जिससे उदर पोषण के लिए यह बच्चे परेसान हो रहे और सुनने बाला कोई भी नही जिस कारण इन सभी बच्चो ने फीस न भर पाने के कारण पढ़ाई छोड़कर यह पेट की आग बुझाने में जुट गए लेकिन आज यह जनसुनबाई आये मगर उनको कुछ अधिकारियों ने औपचारिकता कर भगा दिया लेकिन जब यह बच्चे बाहर आंखों में आंसू लिए आपने मा बाप को याद कर रहे थे तभी etv भारत उनकी आवाज बनी और सहायता को लेकर टीकमगढ कलेक्टर सोरभ सुमन से जनसुनबाई में लेजाकर मिलवाया ओर कलेक्टर को उनकी गम्भीर समस्या बताई तो फिर कलेक्टर ने इनकी समस्या को गम्भीरता से लेकर इन सभी बच्चों की मदद के लिए निर्देशित किया और उसके पिता जो टीचर थे उनकी भविष्य निधि से 1 लाख 30 हजार रुपया उनके बच्चों को दिलाने के निर्देश दिए जिला शिक्षा अधिकारी को ओर उन बच्चो में से 2 बच्चियों को फ़ास्ट एंड केयर के तहत 4000 रुपया प्रतिमाह देने के निदेश दिए और उनके पिता की पेंशन प्रकरण बनाकर उनके बच्चो को देने के निर्देश दिए और कहा कि इन बच्चो की हर संभव मदद की जावेगी ओर इन सभी बच्चों की पढ़ाई भी यथावत रहेंगी उनकी पूरी तरह से मदद की जावेगी आज etv भारत ने सम्बेदन शीलता का परिचय देकर 5 अनाथ बच्चो की मदद कर जिला प्रसासन से सहयोग करवाया गया
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