टीकमगढ़। जिले में दिव्यांगों को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलम्बी बनाने के लिए आज 121 दिव्यांगों को मोटराइज्ड साइकलों का वितरण किया गया. सांसद वीरेंद्र खटीक और कलेक्टर ने इसका वितरण किया.
दिव्यांगों को स्वावलम्बी बनाने के लिए बांटी गई मोटराइज्ड साइकिलें
टीकमगढ़ जिले में कलेक्टर और सांसद वीरेंद्र खटीक ने दिव्यांगों को मोटराइज्ड साइकिलें वितरित की.
दिव्यांगो को बांटी गई मोटराइज्ड साइकिलें
टीकमगढ़। जिले में दिव्यांगों को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलम्बी बनाने के लिए आज 121 दिव्यांगों को मोटराइज्ड साइकलों का वितरण किया गया. सांसद वीरेंद्र खटीक और कलेक्टर ने इसका वितरण किया.
Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ जिले में दिव्यांगो को स्वाबलम्बी बनाने के लिए भारत सरकार की एडिप योजना के तहत संसद ने बाटी मोटराइज्ड साइकिलें
Body:वाइट् /01 डॉक्टर वीरेंद्र खटिक संसद टीकमगढ
वाईट /02 रामलाल घोष दिव्यांग कुआरपुरा
वाईट /03 श्रीमती हरिष्का सिंह कलेक्टर टीकमगढ
वाइस ओबर / टीकमगढ जिले में दिव्यांगो को आर्थिक रूप से सशक्त ओर स्वाबलम्बी बनाने के लिए आज 121 दिव्यांगो को मोटराइज्ड साइकलों को वितरण किया गया टीकमगढ लोकसभा के संसद डॉक्टर वीरेंद्र खटिक ओर कलेक्टर टीकमगढ़ के द्वारा यह मोटराइज्ड साइकिलें भारत सरकार की सामाजिक न्याय और अधीकारिता मंत्रालय की एडिप योजना के तहत सामाजिक और न्याय बिभाग के उड़ान परिसर में विशाल आयोजन कर इनका वितरण किया गया जिले में दिव्यांगो को कमजोर और हिंन भावना से अक्सर देखा जाता है !जिससे उनका मनोबल गिरता था और यह मायूस होते थे ओर अपने परिवार पर बोझ बनकर रहते थे और उनका हमेसा अनादर होता था जिस कारण यह कभी आगे नही बढ़ पाते थे लेकिन भारत सरकार की एडिप योजना और संसद निधि से टीकमगढ संसद ने दिव्यांगो को यह मोटराइज्ड साईकिल वांटकर उनको पंख लगा दिए और अब सभी दिव्यांग इन मोटराइज्ड साइकलों से रोजगार स्थापित करने लगे और उनकी माली हालत में अच्छे दिनों की सुरुआत जो हुई है
Conclusion:टीकमगढ़ लोकसभा सांसद खटिक ने अपने पिछले कार्यकाल में भी 100 दिव्यांगो को यह मोटराइज्ड साइकिलें बाटी थी और यह सभी दिव्यांग उनसे अपना अपना रोजगार स्थापित कर धन्धा करने लगे उनपर ओर यह दृर दृर तक उनसे किराना, कपड़ा, चूड़ी , कुरकुरे , नमकीन शहीत तमाम प्रकार के रोजगार करने लगे है !और यह अब कमाऊ पुत बनगये है !और यह अब अपना ओर परिवार का भी खर्चा वहन करने लगे और इन मोटराइज्ड साइकिलों ने इन दिव्यांगो का जीवन ही बदल दिया आज दिव्यांगो को मोटराइज्ड साइकिलों के बटने के वाद यह दिव्यांग काफी प्रसन्न हुए और सभी टीकमगढ संसद को काफी सुभकामनाये दी और कहा कि आज संसद की बजह से उनकी डूबती जिंदगी में फिर से उजाला मिला है !जिससे वह रोजगार कर अपना जीवन बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और वह दूसरों पर निर्भर रहने बाले दुसरो का सहारा बनेंगे ओर यह इन गाड़ियों से धार्मिक यात्राएं भी कर सकेंगे पहिले कही जाने की इक्षा होती थी लेकिन परिवार के लोग नही ले जाते थे लेकीन अब वह खुद कही भी घूमने फिरने जा सकते थे वही कलेक्टर कभी कहना रहा कि दिव्यांगो को स्वाबलम्बी बनाने का यह अच्छा तरीका है !जिससे वह अपने छोटे मोटे रोजगार स्थापित कर सशक्त ओर मजबूत बन सकते है !इस दौरान सभी 121 दिव्यांगो को ठंड को देखते हुए कम्बल भी बितरित किये गए इस दौरान सेकड़ो की संख्या में दिव्यांग ओर लोग मौजूद रहे!
Body:वाइट् /01 डॉक्टर वीरेंद्र खटिक संसद टीकमगढ
वाईट /02 रामलाल घोष दिव्यांग कुआरपुरा
वाईट /03 श्रीमती हरिष्का सिंह कलेक्टर टीकमगढ
वाइस ओबर / टीकमगढ जिले में दिव्यांगो को आर्थिक रूप से सशक्त ओर स्वाबलम्बी बनाने के लिए आज 121 दिव्यांगो को मोटराइज्ड साइकलों को वितरण किया गया टीकमगढ लोकसभा के संसद डॉक्टर वीरेंद्र खटिक ओर कलेक्टर टीकमगढ़ के द्वारा यह मोटराइज्ड साइकिलें भारत सरकार की सामाजिक न्याय और अधीकारिता मंत्रालय की एडिप योजना के तहत सामाजिक और न्याय बिभाग के उड़ान परिसर में विशाल आयोजन कर इनका वितरण किया गया जिले में दिव्यांगो को कमजोर और हिंन भावना से अक्सर देखा जाता है !जिससे उनका मनोबल गिरता था और यह मायूस होते थे ओर अपने परिवार पर बोझ बनकर रहते थे और उनका हमेसा अनादर होता था जिस कारण यह कभी आगे नही बढ़ पाते थे लेकिन भारत सरकार की एडिप योजना और संसद निधि से टीकमगढ संसद ने दिव्यांगो को यह मोटराइज्ड साईकिल वांटकर उनको पंख लगा दिए और अब सभी दिव्यांग इन मोटराइज्ड साइकलों से रोजगार स्थापित करने लगे और उनकी माली हालत में अच्छे दिनों की सुरुआत जो हुई है
Conclusion:टीकमगढ़ लोकसभा सांसद खटिक ने अपने पिछले कार्यकाल में भी 100 दिव्यांगो को यह मोटराइज्ड साइकिलें बाटी थी और यह सभी दिव्यांग उनसे अपना अपना रोजगार स्थापित कर धन्धा करने लगे उनपर ओर यह दृर दृर तक उनसे किराना, कपड़ा, चूड़ी , कुरकुरे , नमकीन शहीत तमाम प्रकार के रोजगार करने लगे है !और यह अब कमाऊ पुत बनगये है !और यह अब अपना ओर परिवार का भी खर्चा वहन करने लगे और इन मोटराइज्ड साइकिलों ने इन दिव्यांगो का जीवन ही बदल दिया आज दिव्यांगो को मोटराइज्ड साइकिलों के बटने के वाद यह दिव्यांग काफी प्रसन्न हुए और सभी टीकमगढ संसद को काफी सुभकामनाये दी और कहा कि आज संसद की बजह से उनकी डूबती जिंदगी में फिर से उजाला मिला है !जिससे वह रोजगार कर अपना जीवन बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और वह दूसरों पर निर्भर रहने बाले दुसरो का सहारा बनेंगे ओर यह इन गाड़ियों से धार्मिक यात्राएं भी कर सकेंगे पहिले कही जाने की इक्षा होती थी लेकिन परिवार के लोग नही ले जाते थे लेकीन अब वह खुद कही भी घूमने फिरने जा सकते थे वही कलेक्टर कभी कहना रहा कि दिव्यांगो को स्वाबलम्बी बनाने का यह अच्छा तरीका है !जिससे वह अपने छोटे मोटे रोजगार स्थापित कर सशक्त ओर मजबूत बन सकते है !इस दौरान सभी 121 दिव्यांगो को ठंड को देखते हुए कम्बल भी बितरित किये गए इस दौरान सेकड़ो की संख्या में दिव्यांग ओर लोग मौजूद रहे!
Last Updated : Jan 4, 2020, 7:40 PM IST