ETV Bharat / state

चाइनीज ड्रोन से रखी जा रही है भोपाल सेंट्रल जेल पर नजर!, बंद हैं 69 खूंखार आतंकवादी - BHOPAL CENTRAL JAIL

भोपाल के सेंट्रल जेल में कैदियों के लिए बन रहे नए निर्माणाधीन बैरक में बुधवार को एक ड्रोन मिलने से हड़कंप की स्थिति बन गई. ड्रोन पर मेड इन चाइना लिखा है. पुलिस इसकी जांच कर रही है कि आखिर ड्रोन जेल में कैसे पहुंचा.

DRONE FOUND IN BHOPAL CENTRAL JAIL
भोपाल सेंट्रल जेल में मिला ड्रोन (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 13 hours ago

Updated : 10 hours ago

भोपाल: भोपाल की सेंट्रल जेल की सुरक्षा में एक बड़ी चूक का मामला सामने आया है. सेंट्रल जेल में कैदियो के लिए बन रहे नए निर्माणाधीन बैरक के पास बुधवार दोपहर ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया. यह बैरक जेल के 'बी' खंड में बन रही है.

जेल की हाई सेक्योरिटी सेल में बंद हैं 69 खूंखार आतंवादी

इसी के एक हिस्से में सिमी के 23 सहित 69 खूंखार आतंकियों को कड़े पहरे में रखा गया है. जेल प्रशासन से की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने ड्रोन को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे ने इस पूरे मामले की सूचना गांधीनगर थाने को दी है. जेल अधीक्षक ने बताया " कल(बुधवार) दोपहर 3:45 बजे गश्त कर रहे प्रहरी सोनवार चौरसिया ने बी खंड में निर्माणाधीन बैरक के एक हिस्से में हनुमान मंदिर के पीछे काले रंग का ड्रोन पड़ा देखा. उसने तत्काल इस बारे में अधिकारियों को सूचित किया. ड्रोन मिलने की जानकारी डीजी जेल, डीजीपी सहित पुलिस कंट्रोल रूम और गांधी नगर पुलिस को दी गई."

करीब एक फीट व्यास वाले ड्रोन में लगे हैं दो कैमरे, नहीं मिला मेमोरी कार्ड

उन्होंने आगे कहा, "शुरुआती जांच में सामने आया है कि काले रंग के इस ड्रोन पर मेड इन चाइना लिखा है. जिसकी ऑनलाइन कीमत ढाई से तीन हजार रुपये तक है. इस ड्रोन को तकनीकी जांच के लिए भेज दिया गया है." जानकारी के अनुसार, पुलिस की शुरुआती तकनीकी जांच में करीब एक फीट व्यास वाले ड्रोन में किसी भी प्रकार का मेमोरी कार्ड नहीं मिला है. ड्रोन में दो कैमरे हैं जिनकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है. इससे किसी भी प्रकार की रिकॉर्डिंग नहीं मिल सकी है.

जांच के लिए पुलिस को सौंपा गया है ड्रोन

सेंट्रल जेल में मिला ड्रोन जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है. जिस जगह पर ड्रोन मिला है वह निर्माणाधीन बैरक का इलाका होने से जेल स्टाफ के अलावा अन्य किसी की आवाजाही नहीं होती है. सुरक्षा के मद्देनजर स्टाफ को चौकसी बरतने को कहा गया है.

इससे पहले भी भोपाल जेल की सुरक्षा में लग चुकी है सेंध

बता दें 30 और 31 अक्टूबर, 2016 की दरम्यानी रात आठ विचाराधीन कैदी भोपाल सेंट्रल जेल से फरार हो गए थे. कैदियों पर प्रतिबंधित संगठन सिमी का सदस्य होने आरोप था. पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल से लगभग 15 किमी दूर एक एनकाउंटर में मार गिराया था. हालांकि इस एनकाउंटर को लेकर कई सवाल उठे थे.

भोपाल: भोपाल की सेंट्रल जेल की सुरक्षा में एक बड़ी चूक का मामला सामने आया है. सेंट्रल जेल में कैदियो के लिए बन रहे नए निर्माणाधीन बैरक के पास बुधवार दोपहर ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया. यह बैरक जेल के 'बी' खंड में बन रही है.

जेल की हाई सेक्योरिटी सेल में बंद हैं 69 खूंखार आतंवादी

इसी के एक हिस्से में सिमी के 23 सहित 69 खूंखार आतंकियों को कड़े पहरे में रखा गया है. जेल प्रशासन से की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने ड्रोन को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे ने इस पूरे मामले की सूचना गांधीनगर थाने को दी है. जेल अधीक्षक ने बताया " कल(बुधवार) दोपहर 3:45 बजे गश्त कर रहे प्रहरी सोनवार चौरसिया ने बी खंड में निर्माणाधीन बैरक के एक हिस्से में हनुमान मंदिर के पीछे काले रंग का ड्रोन पड़ा देखा. उसने तत्काल इस बारे में अधिकारियों को सूचित किया. ड्रोन मिलने की जानकारी डीजी जेल, डीजीपी सहित पुलिस कंट्रोल रूम और गांधी नगर पुलिस को दी गई."

करीब एक फीट व्यास वाले ड्रोन में लगे हैं दो कैमरे, नहीं मिला मेमोरी कार्ड

उन्होंने आगे कहा, "शुरुआती जांच में सामने आया है कि काले रंग के इस ड्रोन पर मेड इन चाइना लिखा है. जिसकी ऑनलाइन कीमत ढाई से तीन हजार रुपये तक है. इस ड्रोन को तकनीकी जांच के लिए भेज दिया गया है." जानकारी के अनुसार, पुलिस की शुरुआती तकनीकी जांच में करीब एक फीट व्यास वाले ड्रोन में किसी भी प्रकार का मेमोरी कार्ड नहीं मिला है. ड्रोन में दो कैमरे हैं जिनकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है. इससे किसी भी प्रकार की रिकॉर्डिंग नहीं मिल सकी है.

जांच के लिए पुलिस को सौंपा गया है ड्रोन

सेंट्रल जेल में मिला ड्रोन जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है. जिस जगह पर ड्रोन मिला है वह निर्माणाधीन बैरक का इलाका होने से जेल स्टाफ के अलावा अन्य किसी की आवाजाही नहीं होती है. सुरक्षा के मद्देनजर स्टाफ को चौकसी बरतने को कहा गया है.

इससे पहले भी भोपाल जेल की सुरक्षा में लग चुकी है सेंध

बता दें 30 और 31 अक्टूबर, 2016 की दरम्यानी रात आठ विचाराधीन कैदी भोपाल सेंट्रल जेल से फरार हो गए थे. कैदियों पर प्रतिबंधित संगठन सिमी का सदस्य होने आरोप था. पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल से लगभग 15 किमी दूर एक एनकाउंटर में मार गिराया था. हालांकि इस एनकाउंटर को लेकर कई सवाल उठे थे.

Last Updated : 10 hours ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.