(पीयूष सिंह राजपूत) मध्य प्रदेश में ठंड हर दिन एक नया रिकॉर्ड बना रही है. मंगलवार-बुधवार रात पचमढ़ी हिल स्टेशन का तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यहां हाड़कंपा देने वाली ठंड के बाद भी बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आ रहे हैं. मध्यप्रदेश में कोल्ड वेव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी भोपाल में मंगलवार-बुधवार रात न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसी के साथ भोपाल में ठंड ने 14 साल बाद फिर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. मौसम विभाग के मुताबिक 2011 के बाद ये जनवरी में भोपाल का अबतक का सबसे कम और ओवरऑल 58 साल में चौथा न्यूनतम तापमान रहा.
दिसंबर में ठंड तोड़ चुकी 58 साल पुराना रिकॉर्ड
जनवरी 2025 से पहले भोपाल में दिसंबर की ठंड ने भी कई रिकॉर्ड बनाए. 15 दिसंबर 2024 को यहां न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 58 साल बाद 3.4 डिग्री सेल्सियस के नीचे गया. इससे पहले 11 दिसंबर 1966 को भोपाल में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं जनवरी 2021 में भी पारा 3.4 डिग्री सेल्सियस था, जिसे 58 सालों में अबतक का दूसरा सबसे कम तापमान माना जाता था. वहीं जनवरी में एक बार फिर पारा 4 डिग्री के नीचे पहुंचा है.
क्या फिर रिकॉर्ड बनाएगा पचमढ़ी?
आईएमडी के आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार-बुधवार रात पचमढ़ी का तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट के करीब पहुंच गया. यहां तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं आज गुरुवार को पचमढ़ी का तापमान 1.9 डिग्री दर्ज किया गया. इस बार की ठंड को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि पचमढ़ी का तापमान शून्य से नीचे भी जा सकता है. गौरतलब है कि पचमढ़ी में अबतक का सबसे कम तापमान 19 जनवरी 1962 को दर्ज किया गया था. उस रात तापमान माइनस 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
यहां रही सबसे कम विजिबिलिटी
भारतीय मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉ. शशिकांत मिश्रा के मुताबिक, '' उत्तर में हो रही भारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने मिल रहा है. इसके साथ उत्तर की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं से कई राज्यों में भीषण शीतलहर के साथ कोहरा देखने को मिल रहा है. इसके असर से 8 जनवरी की सुबह मध्यप्रदेश के दमोह में विजिबिलिटी 200 मीटर, खजुराहो में 300 मीटर और उज्जैन व नौगांव में 500 मीटर दर्ज की गई. मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों तक कोहरे के यलो अलर्ट के साथ कोल्ड डे की स्थिति बनी रह सकती है.''
एमपी के बाकी जिलों का तापमान
मध्यप्रदेश में मंगलवार-बुधवार रात रायसेन व मंडला में 5.1, गुना में 5.4, उमरिया व बालाघाट में 5.5, छिंदवाड़ा में 5.6, रतलाम में 5.8, उज्जैन में 6, टीकमगढ़ में 6.5, ग्वालियर में 6.6 और जबलपुर में 7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. राजगढ़ में सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया.
गुरुवार रात यहां चलेगी कोल्ड वेव
आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार 9 जनवरी को भोपाल, जबलपुर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल और शाजापुर जिलों में शीत लहर चल सकती है. वहीं ग्वालियर, भिंड और मुरैना में घने कोहरे का अलर्ट है. इसके अलावा रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, मंदसौर और नीमच में भी भीषण ठंड के साथ हल्का कोहरा छा सकता है.
क्यों पड़ रही इतनी ठंड?
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. शशिकांत मिश्रा के मुताबिक, '' पहाड़ी इलाकों हिमाचल, जम्मू कश्मीर में हुई भीषण बर्फबारी का असर मध्य भारत पर भी पड़ रहा है. उत्तरी हवाओं की वजह से ठिठुरन बढ़ी है. वहीं अगले 24 घंटे में नए मौसमी सिस्टम की वजह से ठंड कुछ हद तक कम होगी. शुक्रवार 10 जनवरी के बाद से प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं. इसके बाद फिर शीतलहर का तीसरा दौर आएगा.''
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