रीवा: शनिवार को रीवा में मुख्यमंत्री कन्या कन्यादान योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह का अयोजन किया गया. कन्या विवाह सम्मेलन में 362 वर वधु सात फेरे लेकर दांपत्य सूत्र में बंधे. आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री शामिल हुए. डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने वर वधु को शुभकानाएं दीं. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिऐ वरदान साबित हुई है.
एक साथ दांपत्य सूत्र में बंधे 362 वर-वधु
रीवा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना कार्यक्रम में शामिल हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि, ''मुख्यमंत्री कान्यादान योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिए वरदान है. गरीब बच्चियों की शादी की समस्त जिम्मेदारी सरकार की होती है, प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं की जाती हैं और धूमधाम से कन्याओं का विवाह/निकाह होता है.'' रीवा में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 362 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे जिन्हें उप मुख्यमंत्री ने शुभकामना दीं.
आज बोदाबाग रीवा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित हुआ तथा नव दंपत्तियों को शुभकामनाएं दीं। pic.twitter.com/8lrxX9eKX8
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) February 8, 2025
केंद्र और राज्य सरकार गरीबों की सरकार
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आगे कहा कि, ''यह सरकार गरीबों, किसानों, बेटियों, युवाओं की सरकार है. हर वर्ग की भलाई के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं. मुफ्त अनाज, नि:शुल्क इलाज की सुविधा के साथ ही पक्के आवास व हर घर में जल पहुंचाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है.'' उन्होंने कहा कि, ''प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आगामी वर्षों में तीन करोड़ प्रधानमंत्री आवास बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे.''
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डिप्टी सीएम ने 362 वर वधुओं को सौंपा 1 करोड़ 75 लाख रुपए चेक
डिप्टी सीएम ने कहा कि, ''सामूहिक विवाह कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के द्वारा 18 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. प्रति जोड़े 49 हजार रुपए के मान से लगभग 1 करोड़ 75 लाख रुपए बेटियों को दिए जा रहे हैं.'' राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम किए जाने में सभी को सहभागी बनना होगा. सभी लोग नियमित अपनी स्वास्थ्य की जांच कराएं. अल्ट्रासाउंड जांच कराकर मां व बच्चे सुरक्षित रहें.'' उन्होंने अपेक्षा की कि एएनएम व आशा कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें और सभी मिलकर स्वस्थ रीवा, स्वस्थ मध्यप्रदेश और स्वस्थ देश बनाने में सहभागी बनें.''