टीकमगढ़। जिस शराब और नशे ने अनगिनत परिवार बर्बाद कर दिए, करोड़ों लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया. उस शराब पर आज भी शिकंजा नहीं कस सका है. खुद सरकार लोगों को सरकारी ठेकों के जरिये शराब पिला रही है. वहीं, शराब माफिया भी गांव-गांव अवैध शराब बेच कर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं और उनकी आमदनी हड़प रहे हैं. इस तरह के हालातों के खिलाफ आज तक प्रशासन तो कुछ खास नहीं कर सका लेकिन टीकमगढ़ जिले के एक गांव में महिलाओं ने शराब माफिया को अच्छा सबक सिखाया.
SP के आगे भी लगायी थी गुहार: दरअसल जिले के ही टीकमगढ़ अनुभाग के बड़ागांव खुर्द पंचायत में अवैध शराब बेचने वाले माफिया ने कई ग्रामीणों को शराब का आदी बना दिया है. जिसके चलते वे इलाके में आये दिन अवैध शराब की बिक्री करते हैं और शराब पीने वाले ग्रामीण अपने परिवार के पालन पोषण का पैसा मदिरापान में बहा देते हैं. इससे गांव में कई परिवार आर्थिक परेशानियों से घिरे हैं. इसके खिलाफ गांव के कई नागरिकों और महिलाओं ने आवाज उठाई.
गांवों में धड़ल्ले से शराब की बिक्री: बड़ागांव खुर्द पंचायत के सरपंच सरदार सिंह यादव ने बताया कि "इस संबंध में 15 दिन पहले ही जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन तक से महिलाओं ने शिकायत की. स्थानीय महिलाएं इकट्ठा हो कर गांव में धड़ल्ले से बिक रही अवैध शराब के खिलाफ पुलिस अधीक्षक तक के आगे मदद की गुहार लगाने पहुंची. लेकिन ना तो शराब माफिया पर रोक लग सकी और ना ही शराब की बिक्री पर.''
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फरार हुआ आरोपी, हाथ आयी शराब: शराब के वजह से गांव में बन रहे हालातों के खिलाफ महिलाओं ने खुद मोर्चा संभालने का फैसला लिया. सरपंच ने बताया कि ''शुक्रवार को जब शराब माफिया बदमाश बड़गांव की हरिजन बस्ती में अवैध शराब बेचने पहुंचा तो करीब दो दर्जन महिलाओं ने उसे घेर लिया. आरोपी बदमाश तो किसी तरह भागने में सफल हो गया लेकिन वह अपनी शराब साथ नहीं के जा पाया और वहीं छोड़ गया. फिर क्या था आक्रोशित महिलाओं ने मौके पर मिली अवैध देशी शराब की बोतलें और ब्रांडेड बीयर की केनें सड़क पर फेंक कर तोड़ी. स्थानीय लोगों ने महिलाओं के शराब के प्रति इस रोष के प्रदर्शन के वीडियो भी अपने मोबाइल में कैद किए.''