टीकमगढ़। जिले के यह 3 गांव के लोग पानी की समस्या का हल न होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने जा रहे हैं. इस गांव के युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सभी मतदान का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि पहले खेतों को पानी दो फिर हम लोग वोट करेंगे.
टीकमगढ़: सिंचाई के लिए पानी की समस्या से जूझ रहे तीन गांव के लोगों ने किया मतदान के बहिष्कार का एलान - वोट
जिले के यह 3 गांव के लोग पानी की समस्या का हल न होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने जा रहे हैं. उनका कहना है कि पहले खेतों को पानी दो फिर हम लोग वोट करेंगे.
तीन गांव के लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
टीकमगढ़। जिले के यह 3 गांव के लोग पानी की समस्या का हल न होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने जा रहे हैं. इस गांव के युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सभी मतदान का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि पहले खेतों को पानी दो फिर हम लोग वोट करेंगे.
Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ़ जिले में लोकसभा चुनाव का हजारो लोगो ने किया वहिष्कार ओर कहा जबतक फसलों को पानी नही मिलेगा किसी भी प्रत्याशी ओर किसी पार्टी को नही किया जावेगा वोट किसान की पीड़ा पहिले जानो
Body:वाईट 01 अनन्दी यादव बुजुर्ग मतदाता घाट खिरिया
वाईट 02 भूमानी यादव बुजुर्ग मतदाता धनवाहा
वाईट 0 3 सी पी पटेल sdm टीकमगढ़
वाईट 04 रुक्मिणी वाई मतदाता धनवाहा
बोकथ्रो /01 सूर्यप्रकाश गोस्वामी रिपोर्टर
वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर होने बाले मतदान का लोगो ने खुलकर विरोधकर बहिष्कार किया है उनका कहना रहा कि जिला प्रसासन वादे कर भूल जाता है इस गांव में पूरे किसान है और यह सभी खेती पर निर्भर है और पानी के आभाव में इनकी फसले सुख जाती है जिससे यह बर्वादी की कगार पर पहुंच जाते है !दरअसल यह मामला टीकमगढ़ जिले के धनवाहा ग्राम पंचायत का है इस पंचायत में 3 गांव आते है धनवाहा घाट खिरिया ओर टिण्डारी इन गांवों को उत्तरप्रदेश की जामुनी नहर से पानी दिया जाता है जिससे किसानों की फसले होती है लेकिन तकरीबन 1 साल से यहां के लोगो को समय से ओर पूरी मात्रा में पानी नही दिया जाता है जिससे किसानों की फसल सुख जाती है जामुनी नहर से टीकमगढ़ जिले के 12 गांव को पानी मिलता है लेकिन पानी के बंटवारे में उत्तरप्रदेश जिला प्रसासन तानासाही करता है जिससे मध्यप्रदेश के किसानों को पानी नही मिल पाता और किसानों की फसले सुख जाती है ! जिससे यहां के किसान परेसान होकर मतदान न करने का निर्णय लेते है पिछले विधानसभा चुनाव के समय भी यहां के लोगो ने मतदान न करने का फैसला लिया था प्रसासन ओर नेताओं की लापरवाही के चलते ओर इन तीन गांव धनवाहा घाट खिरिया ओर टिण्डारी के 22 00 मतदाताओ ने अपना विरोध जताकर मतदान का वहिष्कार किया था जिला प्रसासन के लाख समझाने पर भी किसी ने वोट नही किया था और जीरो प्रतिसत मतदान रहा था
Conclusion:टीकमगढ़ / टीकमगढ़ जिले के यह 3 गांव के लोग फिर से पानी की समस्या का हल न होने को लेकर फिर से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने जा रहे इस गांव के युवा बुजुर्ग ओर महिलाये सभी इस बार फिर से मतदान का विरोध कर रहे है उनका कहना है कि पहिले खेतो को पानी दो फिर हम लोग वोट करेंगे इन तीन गाबो की आवादी 4000 के दरमियान है और इन तीनो गावो में 2200 मतदाता है जो किसी भी पार्टी को वोट नही करना चाहते है और उनका कहना रहा कि एक साल से पानी की समस्या को लेकर जिला प्रसासन के चक्कर लगा रहे मगर आस्वासन तो मिलता लेकिन समस्या हल नही होती है इसलिए इन लोगो को मतदान का बहिष्कार करने का सामूहिक निर्णय लेना पड़ा है वही लोगो का यह भी कहना रहा कि गांव में सड़कें नालियां आदि भी नही है जिससे बड़ी दिक्कत होती है और जबतक समस्या हल नही होती किसी भी प्रकार के चुनाव में मतदान का होगा बहिष्कार तो वही टीकमगढ़ एस डी एम का कहना रहा कि मतदान का बहिष्कार कोई समस्या का हल नही होता ऐसे में तो कोई भी जनप्रतिनिधि भी इनका सहयोग नही करेगा रहा सवाल पानी का तो उसके लिए प्रयास किये जाबेगे यह मामला पानी देने का उत्तरप्रदेश के है लेकिन वह तो पानी छोड़ते है लेकिन इन लोगो का पानी रास्ते मे नहर से उत्तरप्रदेश के किसान चुरा लेते है ! लेकिन इन लोगो को वोट करना चाहिए अच्छी सरकार बनेगी तो उनकी पानी की समस्या भी दूर होगी बेसे हम लोग इनको समझा चुके है और फिर से समझाने का प्रयास करेंगे कि मतदान करे वहिष्कार कोई हल नही वही यहां के लोगो का जिला प्रसासन पर अब कतई भरोसा नही रहा और इनका एक ही नारा है पानी नही तो वोट नही
Body:वाईट 01 अनन्दी यादव बुजुर्ग मतदाता घाट खिरिया
वाईट 02 भूमानी यादव बुजुर्ग मतदाता धनवाहा
वाईट 0 3 सी पी पटेल sdm टीकमगढ़
वाईट 04 रुक्मिणी वाई मतदाता धनवाहा
बोकथ्रो /01 सूर्यप्रकाश गोस्वामी रिपोर्टर
वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर होने बाले मतदान का लोगो ने खुलकर विरोधकर बहिष्कार किया है उनका कहना रहा कि जिला प्रसासन वादे कर भूल जाता है इस गांव में पूरे किसान है और यह सभी खेती पर निर्भर है और पानी के आभाव में इनकी फसले सुख जाती है जिससे यह बर्वादी की कगार पर पहुंच जाते है !दरअसल यह मामला टीकमगढ़ जिले के धनवाहा ग्राम पंचायत का है इस पंचायत में 3 गांव आते है धनवाहा घाट खिरिया ओर टिण्डारी इन गांवों को उत्तरप्रदेश की जामुनी नहर से पानी दिया जाता है जिससे किसानों की फसले होती है लेकिन तकरीबन 1 साल से यहां के लोगो को समय से ओर पूरी मात्रा में पानी नही दिया जाता है जिससे किसानों की फसल सुख जाती है जामुनी नहर से टीकमगढ़ जिले के 12 गांव को पानी मिलता है लेकिन पानी के बंटवारे में उत्तरप्रदेश जिला प्रसासन तानासाही करता है जिससे मध्यप्रदेश के किसानों को पानी नही मिल पाता और किसानों की फसले सुख जाती है ! जिससे यहां के किसान परेसान होकर मतदान न करने का निर्णय लेते है पिछले विधानसभा चुनाव के समय भी यहां के लोगो ने मतदान न करने का फैसला लिया था प्रसासन ओर नेताओं की लापरवाही के चलते ओर इन तीन गांव धनवाहा घाट खिरिया ओर टिण्डारी के 22 00 मतदाताओ ने अपना विरोध जताकर मतदान का वहिष्कार किया था जिला प्रसासन के लाख समझाने पर भी किसी ने वोट नही किया था और जीरो प्रतिसत मतदान रहा था
Conclusion:टीकमगढ़ / टीकमगढ़ जिले के यह 3 गांव के लोग फिर से पानी की समस्या का हल न होने को लेकर फिर से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने जा रहे इस गांव के युवा बुजुर्ग ओर महिलाये सभी इस बार फिर से मतदान का विरोध कर रहे है उनका कहना है कि पहिले खेतो को पानी दो फिर हम लोग वोट करेंगे इन तीन गाबो की आवादी 4000 के दरमियान है और इन तीनो गावो में 2200 मतदाता है जो किसी भी पार्टी को वोट नही करना चाहते है और उनका कहना रहा कि एक साल से पानी की समस्या को लेकर जिला प्रसासन के चक्कर लगा रहे मगर आस्वासन तो मिलता लेकिन समस्या हल नही होती है इसलिए इन लोगो को मतदान का बहिष्कार करने का सामूहिक निर्णय लेना पड़ा है वही लोगो का यह भी कहना रहा कि गांव में सड़कें नालियां आदि भी नही है जिससे बड़ी दिक्कत होती है और जबतक समस्या हल नही होती किसी भी प्रकार के चुनाव में मतदान का होगा बहिष्कार तो वही टीकमगढ़ एस डी एम का कहना रहा कि मतदान का बहिष्कार कोई समस्या का हल नही होता ऐसे में तो कोई भी जनप्रतिनिधि भी इनका सहयोग नही करेगा रहा सवाल पानी का तो उसके लिए प्रयास किये जाबेगे यह मामला पानी देने का उत्तरप्रदेश के है लेकिन वह तो पानी छोड़ते है लेकिन इन लोगो का पानी रास्ते मे नहर से उत्तरप्रदेश के किसान चुरा लेते है ! लेकिन इन लोगो को वोट करना चाहिए अच्छी सरकार बनेगी तो उनकी पानी की समस्या भी दूर होगी बेसे हम लोग इनको समझा चुके है और फिर से समझाने का प्रयास करेंगे कि मतदान करे वहिष्कार कोई हल नही वही यहां के लोगो का जिला प्रसासन पर अब कतई भरोसा नही रहा और इनका एक ही नारा है पानी नही तो वोट नही