टीकमगढ़। पटवारियों को लेकर मंत्री जीतू पटवारी के बयान का मामला गरमाता जा रहा है. पटवारियों से माफी नहीं मांगने पर प्रदेश भर के सभी पटवारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं. पटवारियों ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर खेल मंत्री जीतू पटवारी का विरोध किया और ज्ञापन सौंप कर माफी मांगने की बात कही.
प्रदेश के टीकमगढ़, भिंड, अनूपपुर, श्योपुर में हड़ताल का खासा असर रहा, वहीं दमोह में पटवारियों के संघ ने इस हड़ताल का विरोध किया और अपने काम को पूर्ववत रखा.
टीकमगढ़ के पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन
जिले के सैकड़ों पटवारी आज से अपने अपने बस्ते बन्द तहसील में जमा कर दिए हैं. पटवारियों ने तहसील कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री से अपील की है कि जीतू पटवारी प्रदेश भर के सभी पटवारियों से माफी मांगें.
मंत्री और नेता कर्मचारियों का करते हैं अपमान
भिंड जिले के पांच सौ पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं. संघ का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री और नेता लगातार उन्हें टारगेट कर अपमानित कर रहे हैं, उनके पद की गरिमा और छवि को भी धूमिल किया जा रहा है.
जीतू पटवारी-दिग्विजय सिंह मुर्दाबाद के लगे नारे
श्योपुर जिले के विजयपुर में भी पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. पटवारियों ने जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाये, फिर तहसील कार्यालय पहुंचकर तसहीलदार अशोक गोवड़िया को ज्ञापन सौंपा और अपने बैग जमा कर दिये.
अनूपपुर में भी रहा हड़ताल का असर
जिले के पटवारियों ने जीतू पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हड़ताल पर उतरे पटवारियों का कहना है कि जब तक जीतू पटवारी सार्वजनिक रूप से पटवारियों से माफी नहीं मांगेगे या अपने शब्द वापस नहीं लेंगे, तब तक ये अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
दिग्विजय रगड़ रहे हैं घाव
विदिशा में हड़ताल पर बैठे पटवारियों ने कहा कि जीतू पटवारी ने माफी नहीं मांगी और पटवारियों का घाव रगड़ने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उनके सुर से सुर मिला लिए हैं, जिससे पटवारियों की भावनाएं आहत हुई हैं.
दमोह में हुआ हड़ताल का विरोध
दमोह जिले में पटवारियों ने पूरे प्रदेश में हो रही हड़ताल का विरोध किया है. यहां के पटवारियों का कहना है कि वे प्रदेश के संगठन को नहीं मानते, यही वजह है कि उन लोगों ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए हड़ताल पर नहीं जाने का निर्णय लिया है. संघ का कहना है कि सरकार पटवारियों की हड़ताल कराकर किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे से बचना चाहती है, लेकिन वह किसानों के हित में काम करते रहेंगे.
क्या है मामला
28 सितंबर को इन्दौर की राऊ तहसील के ग्राम रंगवास में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के मंच से उच्च शिक्षा एंव खेल मंत्री जीतू पटवारी ने सभी पटवारियों को सौ फीसदी रिश्वत लेने वाला बताया था, जिसके बाद से ही प्रदेश भर के पटवारियों में आक्रोश है.
किसानों पर पड़ेगा बुरा असर
पटवारी किसान-प्रशासन के बीच की कड़ी है और प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते कई जिलों में 100 फीसदी फसल नष्ट हो चुकी है. ऐसे में पटवारियों की हड़ताल के चलते अतिवृष्टि से प्रभावित किसान की खेती के नुकसान का सर्वे कैसे होगा. पहले से परेशान किसान और भी परेशान हैं.