टीकमगढ़। निवाड़ी जिले में बुंदेलखंड की अयोध्या के नाम से विख्यात श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा में रामराजा लोक निर्माण के टेंडर जारी होने के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. आम लोगों के साथ ही दुकानदारों ने मुख्यमंत्री के साथ ही पुरातत्व विभाग और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस काम को काम रोकने की मांग की है. लोगों का कहना है कि यहां तीन पीढ़ियों से रह रहे लोगों को बेघर करने के साथ ही दुकानदारों को बेरोजगार किया जा रहा है. पुरातत्व महत्व के स्मारकों को लेकर लोगों ने चिंता जाहिर की है.
सीएम शिवराज करेंगे भूमिपूजन : विदित है कि उज्जैन के महाकाल लोक की तरह ओरछा स्थित श्रीरामराजा मन्दिर को शासन द्वारा नया रूप दिया जा रहा है. 4 सितम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां आएंगे. सीएम शिवराज रामराजा लोक निर्माण का भूमिपूजन करेंगे. इसके पहले जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों, दुकानदारों को लेकर पर्यटक धर्मशाला में बैठक आयोजित की. बैठक में जिला पंचायत सीईओ रोहन सक्सेना, एसडीएम राकेश मरकाम, तहसीलदार सतीश वर्मा एवं सैकडों की संख्या स्थानीय जन मौजूद रहे.
प्रशासन की बैठक में विरोध : मीटिंग में प्रशासन ने लोगों को अवगत कराया कि आगामी 4 सितम्बर को भूमिपूजन एवं जनसभा का आयोजन है. इसकी जानकारी मिलते ही दुकानदारों के साथ ही रहवासियों ने विरोध शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि रामराजा लोक के निर्माण को लेकर हम लोगों को विश्वास में नहीं लिया गया और न ही पूरे प्रोजेक्ट की सही जानकारी दी गई है. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि रामराजा लोक के निर्माण के कितने चरण हैं, उन्हें स्पष्ट किया जाए. शासन के प्लान के अनुसार चतुर्भुज मन्दिर, टकसाल भवन के पास दुकानों का जो निर्माण किया जाना है, उसके लिए पुरातत्व विभाग द्वारा क्या अनुमति प्रशासन ने दी है. पीढ़ियों से रह रहे स्थानीय निवासियों को मुआवजा या मलकाना हक को विस्तार से बताया जाए.