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दिव्यांगों की सुविधा के लिए मोबाइल कोर्ट का आयोजन, 75 ने कराया रजिस्ट्रेशन

भोपाल दूर होने के कारण दिव्यांगों को आने जाने में दिक्कत होती थी, जिसे देखते हुए जिले में पहली बार मोबाइल कोर्ट का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गये और स्कॉलरशिप, स्वरोजगार, रोजगार के साथ ही सरकारी नौकरियों में दिव्यांगों के आरक्षण को लेकर भी बातचीत की गई.

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Published : Jun 14, 2019, 10:39 AM IST

मोबाइल कोर्ट के दौरान दिव्यांग

टीकमगढ़। दिव्यांगों की समस्याएं निपटाने के लिए आयुक्त निशक्तजन भोपाल ने विशाल दिव्यांग चलित न्यायालय (मोबाइल कोर्ट) का आयोजन किया. जिसमें भोपाल से आये निशक्तजन आयुक्त संदीप रजक ने दिव्यांगों की समस्याएं सुनी और उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा.

मोबाइल कोर्ट का आयोजन

गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम में दिव्यांगों को जो आरक्षण का लाभ दिया जाता है. उसके लिए मोबाइल कोर्ट भोपाल में है, लेकिन भोपाल दूर होने के कारण दिव्यांगों को आने जाने में दिक्कत होती थी, जिसे देखते हुए जिले में पहली बार ये कोर्ट लगाया गया. कोर्ट में 75 दिव्यांगों ने अपने पंजीयन करवाकर अपनी-अपनी समस्याएं रखी. जिसमे सबसे ज्यादा रोजगार ओर स्वरोजगार के 38 शिकायतें दर्ज हुईं.

मोबाइल कोर्ट में दिव्यांग बोर्ड लगाकर दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गये और स्कॉलरशिप, स्वरोजगार, रोजगार के साथ ही सरकारी नौकरियों में दिव्यांगों के आरक्षण को लेकर भी बातचीत की गई. इस दौरान कई दिव्यांगों ने नौकरी तो कुछ ने स्वरोजगार की बात की. एक दिव्यांग के किराना दुकान की मांग करने पर आयुक्त ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ देने के निर्देश भी दिए.

आयुक्त ने कहा कि मध्यप्रदेश में दिव्यांगों को रोजगार और स्वरोजगार में 6 प्रतिशत का आरक्षण रहता है, लेकिन कभी-कभी उनको लाभ नहीं दिया जाता और उसके लिए चलित कोर्ट लगाकर दिव्यांगों की सहायता की जाती है. यदि कोई निशक्तजन-निशक्तजन से शादी करता है तो उसको एक लाख रुपये और यदि कोई साधारण व्यक्ति किसी दिव्यांग से शादी करता है तो उसको प्रोत्साहन के रूप में दो लाख रुपये दिया जाता है. इस तरह से दिव्यांगों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जाती है.

टीकमगढ़। दिव्यांगों की समस्याएं निपटाने के लिए आयुक्त निशक्तजन भोपाल ने विशाल दिव्यांग चलित न्यायालय (मोबाइल कोर्ट) का आयोजन किया. जिसमें भोपाल से आये निशक्तजन आयुक्त संदीप रजक ने दिव्यांगों की समस्याएं सुनी और उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा.

मोबाइल कोर्ट का आयोजन

गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम में दिव्यांगों को जो आरक्षण का लाभ दिया जाता है. उसके लिए मोबाइल कोर्ट भोपाल में है, लेकिन भोपाल दूर होने के कारण दिव्यांगों को आने जाने में दिक्कत होती थी, जिसे देखते हुए जिले में पहली बार ये कोर्ट लगाया गया. कोर्ट में 75 दिव्यांगों ने अपने पंजीयन करवाकर अपनी-अपनी समस्याएं रखी. जिसमे सबसे ज्यादा रोजगार ओर स्वरोजगार के 38 शिकायतें दर्ज हुईं.

मोबाइल कोर्ट में दिव्यांग बोर्ड लगाकर दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गये और स्कॉलरशिप, स्वरोजगार, रोजगार के साथ ही सरकारी नौकरियों में दिव्यांगों के आरक्षण को लेकर भी बातचीत की गई. इस दौरान कई दिव्यांगों ने नौकरी तो कुछ ने स्वरोजगार की बात की. एक दिव्यांग के किराना दुकान की मांग करने पर आयुक्त ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ देने के निर्देश भी दिए.

आयुक्त ने कहा कि मध्यप्रदेश में दिव्यांगों को रोजगार और स्वरोजगार में 6 प्रतिशत का आरक्षण रहता है, लेकिन कभी-कभी उनको लाभ नहीं दिया जाता और उसके लिए चलित कोर्ट लगाकर दिव्यांगों की सहायता की जाती है. यदि कोई निशक्तजन-निशक्तजन से शादी करता है तो उसको एक लाख रुपये और यदि कोई साधारण व्यक्ति किसी दिव्यांग से शादी करता है तो उसको प्रोत्साहन के रूप में दो लाख रुपये दिया जाता है. इस तरह से दिव्यांगों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जाती है.

Intro:एंकर इन्ट्रो / टीकमगढ़ जिले में आज दिव्यांगों के रोजगार और स्वरोजगार की समस्याओं को लेकर भोपाल से आये आयुक्त ने लगाया दिव्यांग मोबाइल कोर्ट ओर दिव्यांगों की सुनी समस्याये


Body:वाईट /01 संदीप रजक आयुक्त निशक्तजन मध्यप्रदेश भोपाल

वाईट /02 रामश्वरूप विश्वकर्मा दिव्यांग टीकमगढ़

वाईट /03 राजेन्द्र पस्तोर उपसंचालक पँचायत एवं समाजकल्याण टीकमगढ़

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में आज दिव्यांगों की तमाम समस्याओं को लेकर आयुक्त निशक्तजन भोपाल के द्वारा एक विशाल दिव्यांग चलित न्यायालय मोबाइल कोर्ट का आयोजन किया गया जिसमें भोपाल से आये निशक्तजन आयुक्त संदीप जी ने दिव्यांगों की समस्याओं को सुना गया जिसमें आज इस कोर्ट में दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी करने की समस्या को सुना गया और वही पर दिव्यांग बोर्ड लगाकर दिव्यांगों को प्रमाणपत्र जारी किए गये ओर स्कॉलरशिप की समस्याओं और स्वरोजगार ओर रोजगार को लेकर समस्याओं को सुना गया और सरकारी नोकरियो में दिव्यांगों के आरक्षण को लेकर भी सुना गया और गरीवी उन्मूलन कार्यक्रम में दिव्यांगों को जो आरक्षण का लाभ दिया जाता है लेक़िन उसमे दिव्यांगों को होने बाली समस्याओं को भी सुना गया बिसेसकर दिव्यांगों को रोजगार और स्वरोजगार की समस्याओं को लेकर यह कोर्ट लगाया गया बेसे यह कोर्ट भोपाल में है लेकिन भोपाल दूर होने के कारण दिव्यांगों को आने जाने में दिक्कत होती थी जिसकारण आज टीकमगढ़ जिले में आज पहलीवार यह कोर्ट लगाया गया और आज इस कोर्ट में 75 दिव्यांगों ने अपने अपने पंजीयन करवाकर अपनी अपनी समस्याएं रखी जिसमे सबसे ज्यादा रोजगार ओर स्वरोजगार के 38 शिकायते आई और दिव्यांगों ने बताया कि उनको नोकरिया दी जावे तो किसी ने कहा कि वह स्वरोजगार करना चाहते है और उनको किराना दुकान को ऋण दिया जावे ओर इन सभी मामलों को लेकर आयुक्त ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ देने के निर्देश भी दिए गए


Conclusion:टीकमगढ़ जिले में आज जिला पंचायत सभागार में आयोजित किये गए चलित कोर्ट में दिव्यांगों की समस्याओं को आयुक्त ने सुना और उनको सम्मान देकर बिठाला भी गया और आयुक्त ने कहा कि मध्यप्रदेश में दिव्यांगों को रोजगार और स्वरोजगार में 6 प्रतिसत का आरक्षण रहता है लैकिन कभी कभी उनको लाभ नही दिया जाता और उसके लिए यह चलित कोर्ट लगाकर दिव्यांगों की सहायता की जाती है वही उन्होंने कहा कि यदि कोई निशक्तजन निशक्तजन से शादी करता है तो उसको 1 लाख रुपया दिया जाता है और यदि कोई साधारण व्यक्ति किसी दिव्यांग से शादी करता है तो उसको प्रोतसाहन के रूप में 2 लाख रुपया दिया जाता है इस तरह से दिव्यांगों केलिए तमाम योजनाएं चलाई जाती है सरकार द्वारा ओर उनको समुचित लाभ दिलवाने के लिए यह कोर्ट लगाए जाते है जिलो में डिमांड के अनुसार आज इस दौरान सेकड़ो की संख्या में दिव्यांग ओर उनके परिजन इस मोबाइल कोर्ट में हुए समिल
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