टीकमगढ़। जिले के रहने वाले रमाकांत मिश्रा इन दिनों ब्लैक फंगस की बीमारी से जूझ रहे हैं. ऐसे में उनकी पुत्री वर्षा मिश्रा मदद के लिए कलेक्टर के पास पहुंची, तो वहां उपस्थित टीकमगढ विधानसभा से विधायक राकेश गिरी ने पीड़ित रमाकांत की पुत्री वर्षा की मुख्यमंत्री से सीधे वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बात करा दी. इस दौरान वर्षा ने अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सुनाई. जिसपर सीएम ने तत्काल एक्शन लेते हुए ग्वालियर कलेक्टर से चर्चा कर ग्वालियर के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती रमाकांत को इलाज देने के साथ सारे इंजेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
वर्षा ने लगाई मदद की गुहार
वर्षा मिश्रा ने बताया कि उसके पिता रमाकांत ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए, जिससे उनकी एक आंख निकाली गई है. डॉक्टरों के अनुसार उन्हें 60 इंजेक्शन और लगना हैं, लेकिन व्यवस्था नहीं हो पा रही थी. जिस वजह से वह परेशान थी. इस संबंध में वर्षा ने कलेक्टर और विधायक से गुहार लगाई. जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उससे बात कर फ्री इलाज का वादा किया. वर्षा ने यह भी बताया कि उसके पिता को इंजेक्शन दिलाने के बदले में ग्वालियर में एक युवक ने उससे 50 हजार रूपए भी ठग लिए. जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उसके 50 हजार रूपये देने के साथ ही ठगी करने वाले आरोपी पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर एसपी को दिए.
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सीएम ने इलाज कराने के दिए निर्देश
आईटीआई कॉलेज में पदस्थ लिपिक रमाकांत मिश्रा टीकमगढ़ जिले के पहले ब्लैक फंगस के मरीज हैं. कोरोना से ठीक होने के बाद 11 मई को ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर ग्वालियर में भर्ती कराया गया था. गंभीर स्थिति बनने पर उनकी आंख निकालनी पड़ी. अब एम्फोटेरिसिस-बी और पोसाकोनाजॉल इंजेक्शन की आवश्यकता है, लेकिन मौजूदा स्थिति में यह इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. डॉक्टर ने इलाज के दौरान 70 इंजेक्शन लगने की बात कही है, लेकिन अभी तक 10 इंजेक्शन ही लए पाए हैं. फिलहाल अब पूरे मामले में सीएम ने रमाकांत को इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.