सिंगरौली। बैढ़न को उर्जा धानी कहे जाने वाले सिंगरौली के युवा बेरोजगारी की समस्या से परेशान हैं. इस जिले में आधा दर्जन से अधिक कंपनी होने के बावजूद भी यहां के स्थानीय युवा रोजगार के लिए भटकने को मजबूर हैं.दरअसल, सिंगरौली जिले को उर्जा धानी के नाम से प्रदेश ही नहीं पूरे देश में जाना जाता है. वहीं ऊर्जा धानी में एक दर्जन से अधिक कंपनियां काम कर रही हैं जिसमें सिंगरौली जिले के स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया जाता है. स्थानीय बेरोजगार युवाओं के द्वारा जिला कलेक्टर को कई बार शिकायत करने के बाद भी आज तक कंपनियों में रोजगार नहीं दिया गया.
स्थानीय युवाओं का कहना है कि सिंगरौली जिले में कार्य कर रही कंपनियों में हम लोग कई बार गए, लेकिन सिंगरौली के होने के नाते हम लोगों को काम देने से इनकार करती है, पर सरकार कहती है कि स्थानीय लोगों को कंपनियों में 70% रोजगार दिया जाएगा, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इन कंपनियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती.