सिंगरौली। एस्सार पॉवर लिमिटेड कंपनी के विस्थापित बड़े पैमाने पर अपनी समस्याएं लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. विस्थापितों का आरोप है कि वह कंपनी में पिछले कई सालों से काम कर रहे थे, लेकिन एक साल के भीतर दो दर्जन से अधिक विस्थापितों को कंपनी से निकाल दिया गया है.
लोगों का आरोप है कि कंपनी ने उनकी जमीन ले ली. न मुआवजा दिया उल्टा नौकरी से भी निकाल दिया. विस्थापितों ने आरोप लगाते हुये कहा कि कंपनी द्वारा पुनर्वास नीतियों का पाल नहीं किया जा रहा है. कंपनी के लिये दी गयी जमीन में उनके खेत चले गये हैं. अब रोजगार का दूसरा साधन नहीं बचा. रोजगार नहीं होने से विस्थापित पूरी तरह परेशान हो चुके हैं.
कई विस्थापित तो ऐसे भी हैं, जिनके लड़कों को पढ़ने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है. आरोप है कि कंपनी में जाने पर कंपनी प्रबंधक द्वारा उन्हें धमकी दी जाती है. मामले में कलेक्टर केवीएस चौधरी ने कहा कि कंपनी द्वारा पुर्नवास नीति का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देते हुये कंपनी से पुनर्वास नीतियों का पालन कराने की बात कही है.