सीधी। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल हमेशा खुलती रहती है. आज फिर जिला आयुष विभाग में 150 महिलाओं को नसबंदी ऑपरेशन करने के लिए बुला लिया गया. लेकिन सुबह से शाम तक बच्चों के साथ बैठीं महिलाएं डॉक्टरों का इंतजार करती रहीं. हॉस्पिटल में डॉक्टर अतुल तिवारी के अलावा कोई डॉक्टर नहीं था. ये डॉक्टर सिर्फ जांच कर सकते थे.
महिलाओं ने बताया कि वे गांव दूर होने पर भी अस्पताल आ गईं लेकिन कोई डॉक्टर मौजूद ही नहीं हैं. वहीं महिलाओं ने यह आरोप भी लगाया कि पिछली बार ऑपरेशन के बाद पैसा नहीं मिला था. बहरहाल सीधी जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल बनी हुई है. आए दिन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की शिकायतें सामने आती रहती हैं.