सीधी। जिले में पुलिस या कानून का खौफ इन दिनों नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर बुजुर्ग दंपति को बंधक बनाकर पांच लाख रुपये ठगने का मामले सामने आया है. यहां बुजुर्ग दंपति किसी काम के लिए अपने पचास हजार रुपये निकालने आये थे, जहां ठगों ने उन्हे पानी में नशीली दवा पिलाकर निकासी फॉर्म पर बुजुर्ग का अंगुठा लगाकर 5 लाख रुपये निकाल लिये. वहीं कोतवाली में मामला दर्ज नहीं होने पर बुजुर्ग दंपति ने एसपी से मदद की गुहार लगाई है.
दरअसल एक बुजुर्ग रामकृष्ण विश्वकर्मा और उनकी पत्नी चंद्रवती अपने पचास हजार रुपये निकालने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में बने यूनियन बैंक पहुंचे थे. जिनका पीछा करते आरोपी भी बैंक पहुंच गए, यहां आरोपियों ने पहले महिला को शिकार बनाया और उसे चार पहिया वाहन के से नीचे उतरने नहीं दिया. जिसके बाद बुजुर्ग रामकृष्ण के साथ तीनों युवक बैंक के भीतर पहुंचे और उसे ठंडे पानी में नशीली दवा पिलाकर अंगूठा लगवा कर 5000 की जगह ₹5 लाख पार दिये.
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी चंपत हो गए जब तक बुजुर्ग होश आया तब तक दोनों ठगी का शिकार हो चुके थे. पीड़ित जब पूरे मामले की गुहार कोतवाली पुलिस से लगाई तो पुलिस मामले को गंभीरता से न लेते हुए पीड़ितों को थाने से भगा दिया. जिसके बाद पीड़ित ने पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने कार्यालय पहुंचे. जहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की शिकायत की गई
सवाल उठता है कि बैंक गए बुजुर्गों के साथ बड़ा हादसा हुआ जिसमें कहीं ना कहीं बैंक प्रबंधन की लापरवाही कही जा सकती है. देखना होगा कि गरीब किसान की पुलिस किस हद तक मदद कर पाती है.