सीधी। सरकार बच्चों की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जर्जर छत के नीचे बैठकर बच्चों को पढ़ाई करना पड़ता है. आए दिन किसी न किसी कारण से स्कूली बच्चे हादसों का शिकार हो जाते हैं. बावजूद इसके अधिकारी लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं.
मामला जनपद पंचायत सिहावल के शासकीय हाई स्कूल फुलवारी का है. जहां बच्चों को डर के साए में बैठकर पढ़ाई करना पड़ रहा है. फुलवारी में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल भवनों की हालत खराब है. माध्यमिक विद्यालय के भवन की छत का प्लास्टर आए दिन गिरता रहता है, जिससे किसी भी बड़े हादसे की आशंका बनी रहती है.
शिक्षकों का कहना है कि बारिश के दिनों में हालात बद से बदतर हो जाते हैं. बारिश में छत से पानी टपकने के चलते कक्षाएं प्रभावित होती हैं. स्कूल के शिक्षकों ने कई बार इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की, लेकिन अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं. अधिकारियों की ये लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है. बता दें कि स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक 281 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, वहीं हाई स्कूल में 158 छात्र-छात्राएं अध्ययन हैं.