सीधी। जिले में आज भी लोग शहर को रेलवे के नेटवर्क से जोड़े जाने का इंतजार कर रहे हैं, ट्रेन तो पहुंची नहीं, उल्टे कलेक्ट्रेट में खोला गया रेलवे का आरक्षण केंद्र भी पिछले एक साल से बंद है, जिसकी वजह से यात्रियों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. जो लोग दलालों और ट्रैवल एजेंट्स से टिकट नहीं खरीदना चाहते उन्हें मजबूरी में सतना या फिर रीवा का रुख करना पड़ता है.
स्थानीय लोगों का आरोप है की दलालों के चक्कर में उन्हें टिकट नहीं मिल पाता, जब दलालों से टिकट खरीदते हैं तो कई बार दलाल यात्रियों को फर्जी टिकट थमा देते है, जो यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनती है. इस मामले में अपर कलेक्टर डीपी बर्मन का कहना है की आरक्षण केंद्र दूसरे भवन में शिफ्ट किया जा रहा है, जिसकी वजह से लोगों को रेल आरक्षण केंद्र की सुविधा नहीं मिल पा रही है और जल्द ही इसे खोला जाएगा.