सीधी। जिले में ओवरलोड और अनफिट बसों की भरमार है, जिनके चलते लगातार हादसे होते रहते हैं. लेकिन आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि इन सब के लिए जिम्मेदार परिवहन विभाग महज दो बाबुओं के भरोसे चल रहा है. सीधी जिला परिवहन कार्यालय में वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सहित वाहनों से संबधित कई काम होते हैं. लेकिन, यह काम सिर्फ दो बाबुओं और एक चपरासी के भरोसे चल रहा है.
आरटीओ ऑफिस में जब मीडिया का कैमरा पहुंचा तो यहां प्राइवेट पर्सन, जिनका विभाग से कोई लेना देना नहीं, वो कुर्सी पर बैठकर काम कर रहे थे. कैमरा देखते ही ये सब अपनी जगह से उठकर भागने लगे. इन लोगों से जब यहां होने की वजह पूछी गई तो पता चला कि इन्हें यहां काम के लिए रखा गया है.
सड़कों पर दौर रहीं ओवरलोड, अनफिट बसें
वहीं शहर के परिवहन की बात करें तो यहां यातायात के नियमों को ताक पर रखकर अनफिट बसें ओवरलोड होकर सड़क पर बेधड़क दौड़ रही हैं. जिले में दलाली भी इतनी हावी हो गई है कि बाबुओं की जगह दलाल ऑफिस में बैठकर बेखौफ काम कर रहे हैं. जब विभाग में पदस्थ बाबू अखिलेश सिंह से बाहरी लोगों के काम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो किसी स्मार्ट चिप कंपनी के कर्मचारी हैं, काम नहीं कर रहे और कैमरा देखकर डर गये होंगे.
काम कम छुट्टियां ज्यादा
बहरहाल, सालों से दो बाबू और एक चपरासी के भरोसे चल रहे इस आरटीओ ऑफिस में कुछ दिन पहले ही जिला आरटीओ अधिकारी की नियुक्ति हुई है. लेकिन, वह भी ड्यूटी पर कम, छुट्टियों पर ज्यादा रहते हैं. नतीजतन आरटीओ विभाग पूरी तरह बाबुओं के भरोसे छोड़ दिया गया है, जहां दलाल आम जनता की जेब खुलेआम लूट रहे हैं और प्रशासन देख कर भी अनजान बना हुआ है.