सीधी। शासन प्रशासन ने मजदूरों को मजदूरी देने के लिये मनरेगा योजना बनाई है, जिससे मजदूर अपने परिवार का पालन पोषण कर सके, उनका जीवन-यापन चल सके, साथ ही सीधी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने इस कोरोना काल में मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा मजदूरी का काम दिया जाए, इसे लेकर कड़े निर्देश दिये हैं, लेकिन सीधी जिले की कुसमी जनपद अंतर्गत भदौरा ग्राम पंचायतों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है, यहां मजदूर मजदूरी करके भी उचित दर से पेमेन्ट नहीं पा रहे हैं, कुसमी जनपद अंतर्गत कई पंचायतें हैं, जहां सब इंजीनियर के द्वारा एक रुपये प्रतिदिन की दर से मजदूरों को मजदूरी भुगतान किया जा रहा है, जो नियमों के विपरीत तो है ही साथ ही नौकरशाही की मनमानी को भी उजागर करता है. बता दें कि मनरेगा में मजदूरी की दर सरकार ने फिक्स कर रखी है फिर भी अफसर मनमानी पर उतारू हैं. जिससे मजदूर मनरेगा योजना के कार्यों से परहेज कर रहे हैं और दूसरे राज्य जैसे छत्तीसगढ़ की ओर काम के लालच में पलायन कर रहे हैं.
1 रुपये प्रतिदिन मजदूरी सुनकर चौंक गए मजदूर
कुसमी आदिवासी जनपद पंचायत के भदौरा ग्राम पंचायत के वसहरा नाले के स्टॉप डैम में मजदूरो ने तीन हफ्ते काम लगातार किया, लेकिन सब इंजीनियर ने 1 रुपये प्रतिदिन की दर से काम की मजदूरी तय की, जिसे सुनकर मजदूरों ने ग्राम पंचायत का काम करना बंद कर दिया, गुस्से से आगबबूला होकर वहां से चले गए.
29 मजदूरों ने किया काम
भदौरा ग्राम पंचायत के बसहरा नाले में बन रहे स्टॉप डैम में मजदूरो के मस्टररूल क्रं. 3206, 3207, 3208 में दिनांक 14/5/2021 से 19/5/2021 हफ्ते भर 29 मजदूरों ने काम किया, जिनका सब इंजीनियर अनीत दीपांकर के द्वारा मनमानी और गैर जिम्मेदाराना रूप से मूल्यांकन करते हुये 1 रुपये के प्रति दर से मजदूरों का भुगतान किया गया. जिसे सुनकर मजदूरों ने काम करना बंद कर दिया, वहीं जिम्मेदार अधिकारी बेखबर बने हुए हैं.
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शिकायत के बाद भी जांच नहीं
कुसमी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महामंत्री आनंद सिंह ददुआ के द्वारा लिखित शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दी जा चुकी है, जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि सब इंजीनियर अनीत दीपांकर के सभी कार्यों की जांच की जाए, लेकिन जांच नहीं होने से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार पर अधिकारी पर्दा डाल रहे हैं, ददुआ के अनुसार भदौरा सहित कई पंचायतों में कमीशन खोरी के लालच में पड़कर इंजीनियर के द्वारा मास्टर रोल में मजदूरों का मूल्यांकन कम दर से करते हुए मजदूरों को आहत किया गया है, इसी कारण कांग्रेस नेता ने इंजीनियर को हटाने के लिए कलेक्टर से भी शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. प्रशासनिक अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण कुसमी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की तरफ से जल्द ही कुसमी जनपद का घेराव कर आंदोलन करने की तैयारी है.