सीधी। शहर में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है, जिसमें एक गांव के कुछ लोगों को बहला-फुसलाकर अन्य राज्यों में बेच दिया गया. मामले का खुलासा तब हुआ जब एक दो लोग उनके चंगुल से आजाद होकर घर लौटे. जानकारी के मुताबिक दो नाबालिग सहित तीन लोग अभी भी आरोपियों के कब्जे में हैं. पीड़ित के परिजन ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है.
सीधी में मानव तस्करी के शिकार 3 लोगों को 3 सालों से तमिलनाडु में बंधक बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत आज पीड़ित परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से की, पीड़ित ने बताया कि थाना चुरहट इलाके के बमनी और बाहरी गांव में जुलाई 2016 को आरोपी फरीद छोटे खान और संतोष गौड़ पीड़ित राजेश गौड़ (16 वर्ष), राकेश सिंह (17 वर्ष) और शिवदयाल केवट (25 वर्ष) को पहले शहडोल ले जाया गया फिर ट्रेन से तमिलनाडु ले जाकर बेच दिया गया.
पीड़ित परिजनों ने इसकी शिकायत पहले भी बनी चौकी में दर्ज कराई थी लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की नतीजतन, पीड़ित 3 साल से बंधक बने हुए हैं. ऐसे में देखना होगा कि सीधी पुलिस तमिलनाडु से बंधकों को कैसे और कब तक मुक्त कराएगी.