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solar light in Sidhi: सोलर लाइट खरीदी में घोटाला, दो फार्म को किया गया 18 लाख से ज्यादा का फर्जी भुगतान

सीधी में सोलर लाइट की खरीदी को लेकर घोटाला सामने आया है, जहां ग्राम पंचायतों द्वारा मनमाने ढंग से दो फार्म को 18 लाख से ज्यादा का फर्जी भुगतान किया गया है. (solar light in Sidhi)

solar light in Sidhi
सोलर लाइट खरीदी में घोटाला,
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Published : May 31, 2022, 10:07 PM IST

सीधी। आचार संहिता लगने के कुछ दिनों पहले सिहावल जनपद की कुछ ग्राम पंचायतों द्वारा मनमाने ढंग से सोलर लाईट की खरीदी दिखाकर लाखों की राशि आहरित कर ली गई है, जबकि नियमों के मुताबिक पंच परमेश्वर की गाइड लाइन के अनुसार जहां पर विद्युत की व्यवस्था बिल्कुल भी नहीं है. वहां पर सौर ऊर्जा की सोलर लाइट लगाने का प्रावधान है, लेकिन नियमों का पालन नहीं किया गया. जिन ग्राम पंचायतों में सोलर लाइट लगवाई गई थी, वहां पर विद्युत व्यवस्था ठीक है.(solar light in Sidhi)

ये है सोलर लाइट के नियम: नियमों की बात करें तो सोलर लाइट लगाने के लिए इन सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित नहीं किया गया और न ही विज्ञापन जारी किया गया था और न ही निविदा मंगाई गई थी. कुछ पंचायतों में पांच से दस सोलर लाइटें तो कुछ में 15 तक लाइटें लगाई गई हैं. खास बात यह है कि बाजार में सोलर लाइट की कीमत 13 से 15 हजार रुपये बताई गई है, जिसे 21 से 22 हजार की दर से खर्च दिखाकर ठेकेदार ने अफसरों से सांठगांठ कर भुगतान करा लिया गया. दबी जुबान से इसे प्रधान भी स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन वे खुलकर सामने आने से कतरा रहे हैं.

पंचायतों ने नियमों को रखा ताक पर: 14वां वित्त आयोग और 15वां वित्त आयोग की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में सीधे भेजी गई थी, जिसमें जीपीडीपी एवं 15वां वित्त आयोग की कार्य योजना अबाद्ध एवं अनाबाद्ध राशि की बनाई जाकर नियमानुसार टीएस, एएस जारी कर अनुमत्य कार्यों में खर्च किए जाने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन ई-ग्राम स्वरोजगार पोर्टल के अवलोकन में पाया गया कि ग्राम पंचायतों में मनमाने तरीके से शासन के नियमों के विपरीत सोलर लाइट क्रय किया जाकर भुगतान किया गया है. सोलर लाइट लगाए जाने संबंधी नियमों का पालन ग्राम पंचायतों द्वारा नहीं किया गया और न ही संबंधित विभागों से एनओसी ही ली गई. इन प्रस्तावों को ग्राम सभा द्वारा कार्ययोजना अनुमोदित नहीं है, वहीं ग्राम पंचायतों द्वारा क्रय नियमों का पालन करना भी उचित नहीं समझा.

अलग-अलग रेट से की गई सप्लाई: सिहावल जनपद की 8 ग्राम पंचायतों में लक्ष्मी नारायण सोलर पावर एवं एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है, इन सभी पंचायतों में इन दोनों डीलरों द्वारा अलग-अलग रेट से सोलर पैनल की बिक्री की गई है. गजरही में लक्ष्मी नारायण सोलर पावर द्वारा 15 सोलर पैनल 3 लाख 92 हजार 895 रूपये का दिया गया, वहीं तेंदुहा नं-1 में लक्ष्मी नारायण सोलर पैनल द्वारा ही 2 लाख 35 हजार 737 रूपये में दिया गया. जबकि एव्ही सोलर पावर द्वारा लौआर पैपखार में 15 नगर सोलर पैनल 2 लाख 9 हजार 600 रूपये में दिया गया, जबकि मौहरिया में 15 नग 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में दिया गया. इससे स्पष्ट है कि सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और फर्म संचालकों ने शासन के बजट को जमकर लूटा है.

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इन ग्राम पंचायतों ने की खरीदी: सिहावल जनपद की 8 पंचायतों द्वारा सोलर लाईट की खरीदी की गई, जिनमें पतुलखी ग्राम पंचायत द्वारा 1 लाख 63 हजार 200 रूपये की खरीदी 22 मई 2022 को एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है. ग्राम पंचायत तेंदुहा नं-1 में 15 नग सोलर लाइट 2 लाख 35 हजार 737 रूपये में 24 मई 2022 को लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से की गई है. देवगवां ग्राम पंचायत द्वारा 22 मई 2022 को 2 लाख 62 हजार रूपये में एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है, गजरही ग्राम पंचायत द्वारा 15 नग लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से 22 मई 2022 को 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में खरीदी की गई है. गोड़ाही ग्राम पंचायत द्वारा 5 नग एव्ही सोलर पावर से 3 मई 2022 को 1 लाख 31 हजार रूपये की खरीदी की गई है. लौआर पैपखार ग्राम पंचायत द्वारा एव्ही सोलर पावर से 15 नग सोलर पैनल 24 मई 2022 को 2 लाख 9 हजार 600 रूपये में की गई है, मौहरिया ग्राम पंचायत द्वारा एव्ही सोलर पावर से 15 नग सोलर पैनल 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में खरीदे गए हैं और पटेहरा कोठार द्वारा 5 नग सोलर पैनल लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से 18 मई 2022 को 52 हजार 386 रूपये में खरीदे गए हैं.

अधिकारियों की खुली छूट: जिले में विगत दो वर्षो के दौरान निर्माण कार्यो के लिए अरबों रुपये पानी की तरह बहाए गए हैं, लेकिन धरातल पर एक भी कार्य नहीं दिख रहे हैं जिन सरपंच व सचिवों ने भ्रष्टाचार किया उन पर जनपद से लेकर जिले तक के अधिकारी मेहरबान रहे हैं. जिसका फायदा उठाकर ग्राम पंचायत, जनपद व जिला तक के अधिकारियों ने जमकर लूट मचाई है, अगर एक भी कार्य का अवलोकन हो तो पूरी कलई खुल कर सामने आयेगी.

सीधी। आचार संहिता लगने के कुछ दिनों पहले सिहावल जनपद की कुछ ग्राम पंचायतों द्वारा मनमाने ढंग से सोलर लाईट की खरीदी दिखाकर लाखों की राशि आहरित कर ली गई है, जबकि नियमों के मुताबिक पंच परमेश्वर की गाइड लाइन के अनुसार जहां पर विद्युत की व्यवस्था बिल्कुल भी नहीं है. वहां पर सौर ऊर्जा की सोलर लाइट लगाने का प्रावधान है, लेकिन नियमों का पालन नहीं किया गया. जिन ग्राम पंचायतों में सोलर लाइट लगवाई गई थी, वहां पर विद्युत व्यवस्था ठीक है.(solar light in Sidhi)

ये है सोलर लाइट के नियम: नियमों की बात करें तो सोलर लाइट लगाने के लिए इन सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित नहीं किया गया और न ही विज्ञापन जारी किया गया था और न ही निविदा मंगाई गई थी. कुछ पंचायतों में पांच से दस सोलर लाइटें तो कुछ में 15 तक लाइटें लगाई गई हैं. खास बात यह है कि बाजार में सोलर लाइट की कीमत 13 से 15 हजार रुपये बताई गई है, जिसे 21 से 22 हजार की दर से खर्च दिखाकर ठेकेदार ने अफसरों से सांठगांठ कर भुगतान करा लिया गया. दबी जुबान से इसे प्रधान भी स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन वे खुलकर सामने आने से कतरा रहे हैं.

पंचायतों ने नियमों को रखा ताक पर: 14वां वित्त आयोग और 15वां वित्त आयोग की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में सीधे भेजी गई थी, जिसमें जीपीडीपी एवं 15वां वित्त आयोग की कार्य योजना अबाद्ध एवं अनाबाद्ध राशि की बनाई जाकर नियमानुसार टीएस, एएस जारी कर अनुमत्य कार्यों में खर्च किए जाने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन ई-ग्राम स्वरोजगार पोर्टल के अवलोकन में पाया गया कि ग्राम पंचायतों में मनमाने तरीके से शासन के नियमों के विपरीत सोलर लाइट क्रय किया जाकर भुगतान किया गया है. सोलर लाइट लगाए जाने संबंधी नियमों का पालन ग्राम पंचायतों द्वारा नहीं किया गया और न ही संबंधित विभागों से एनओसी ही ली गई. इन प्रस्तावों को ग्राम सभा द्वारा कार्ययोजना अनुमोदित नहीं है, वहीं ग्राम पंचायतों द्वारा क्रय नियमों का पालन करना भी उचित नहीं समझा.

अलग-अलग रेट से की गई सप्लाई: सिहावल जनपद की 8 ग्राम पंचायतों में लक्ष्मी नारायण सोलर पावर एवं एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है, इन सभी पंचायतों में इन दोनों डीलरों द्वारा अलग-अलग रेट से सोलर पैनल की बिक्री की गई है. गजरही में लक्ष्मी नारायण सोलर पावर द्वारा 15 सोलर पैनल 3 लाख 92 हजार 895 रूपये का दिया गया, वहीं तेंदुहा नं-1 में लक्ष्मी नारायण सोलर पैनल द्वारा ही 2 लाख 35 हजार 737 रूपये में दिया गया. जबकि एव्ही सोलर पावर द्वारा लौआर पैपखार में 15 नगर सोलर पैनल 2 लाख 9 हजार 600 रूपये में दिया गया, जबकि मौहरिया में 15 नग 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में दिया गया. इससे स्पष्ट है कि सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और फर्म संचालकों ने शासन के बजट को जमकर लूटा है.

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इन ग्राम पंचायतों ने की खरीदी: सिहावल जनपद की 8 पंचायतों द्वारा सोलर लाईट की खरीदी की गई, जिनमें पतुलखी ग्राम पंचायत द्वारा 1 लाख 63 हजार 200 रूपये की खरीदी 22 मई 2022 को एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है. ग्राम पंचायत तेंदुहा नं-1 में 15 नग सोलर लाइट 2 लाख 35 हजार 737 रूपये में 24 मई 2022 को लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से की गई है. देवगवां ग्राम पंचायत द्वारा 22 मई 2022 को 2 लाख 62 हजार रूपये में एव्ही सोलर पावर से खरीदी की गई है, गजरही ग्राम पंचायत द्वारा 15 नग लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से 22 मई 2022 को 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में खरीदी की गई है. गोड़ाही ग्राम पंचायत द्वारा 5 नग एव्ही सोलर पावर से 3 मई 2022 को 1 लाख 31 हजार रूपये की खरीदी की गई है. लौआर पैपखार ग्राम पंचायत द्वारा एव्ही सोलर पावर से 15 नग सोलर पैनल 24 मई 2022 को 2 लाख 9 हजार 600 रूपये में की गई है, मौहरिया ग्राम पंचायत द्वारा एव्ही सोलर पावर से 15 नग सोलर पैनल 3 लाख 92 हजार 895 रूपये में खरीदे गए हैं और पटेहरा कोठार द्वारा 5 नग सोलर पैनल लक्ष्मी नारायण सोलर पावर से 18 मई 2022 को 52 हजार 386 रूपये में खरीदे गए हैं.

अधिकारियों की खुली छूट: जिले में विगत दो वर्षो के दौरान निर्माण कार्यो के लिए अरबों रुपये पानी की तरह बहाए गए हैं, लेकिन धरातल पर एक भी कार्य नहीं दिख रहे हैं जिन सरपंच व सचिवों ने भ्रष्टाचार किया उन पर जनपद से लेकर जिले तक के अधिकारी मेहरबान रहे हैं. जिसका फायदा उठाकर ग्राम पंचायत, जनपद व जिला तक के अधिकारियों ने जमकर लूट मचाई है, अगर एक भी कार्य का अवलोकन हो तो पूरी कलई खुल कर सामने आयेगी.

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