ETV Bharat / state

3 मौतों के बाद जागा प्रशासन, अब ढोल-पटाखों से खदेड़े जाएंगे हाथी

जिले के ग्राम पंचायत खैरी में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने एक परिवार पर हमला कर दिया. जिसमें दो मासूमों सहित एक वृद्ध की मौत हो गई.

author img

By

Published : Feb 25, 2021, 7:47 PM IST

Elephant attack in Sidhi
सीधी में हाथियों का आतंक

सीधी। जिले में हाथियों का आतंक जारी है. जनपद पंचायत कुशमी के ग्राम पंचायत खैरी में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने एक परिवार पर हमला कर दिया. जिससे दो मासूमों सहित एक बच्चे की मौके पर मौत हो गई. हाथियों के हमले के बाद ग्रामीण सड़क पर उतर गए और तिलवारी जनकपुर मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया.

  • गुस्से में ग्रामीण शव ले जाने से रोका

मृतकों के परिजनों सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि हाथियों को संजय टाइगर रिजर्व के जंगलों से खदेड़ा जाए या रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हाथियों को बंधक बनाया जाए. अपनी मांगों को लेकर अडे़ परिजनों ने शवों को मर्चुरी में ले जाने से भी रोका. परिजनों का कहना है कि दोनों मासूमों के पिता नासिक शहर में कमाने गए हैं. जब तक वह घर नहीं आ जाते, तब तक न ही शव का पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार किया जाएगा.

  • परिजनों की जिद पर घर में रखा गया शव

परिजनों की जिद पर अपर कलेक्टर हर्षित पांचोली ने जिला मुख्यालय से बर्फ की सिल्लियां मंगाई और शव को घर पर रखा गया. इधर गुस्साए ग्रामीण हाथियों को पकड़ने की मांग को लेकर शाम 7.30 बजे तक सड़क पर डटे रहे. पूरे दिन चले इस घटनाक्रम में प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोंक-झोंक भी होती रही, वहीं प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीण सड़क छोड़कर अपने अपने घरों को चले गए. हाइवे से गाड़ियां निकलीं. इस दौरान सड़क पर जाम भी लग गया.

  • घटना के बाद जागा प्रशासन

इस वीभत्स घटना के बाद संजय टाईगर रिजर्व के आला अधिकारियों की नींद टूटी और हाथियों से बचने के लिए नई कार्य योजना बनाई गई. जिसमें यह तय किया गया कि हर गांव में एक समिति बनाई जाएगी. जिसमें 11 गांव के पढ़े लिखे एंड्राइड फोन उपयोग करने वाले लोग, पंचायत, पुलिस, वन, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी शामिल किए जाएंगे. साथ ही Whatsapp group के माध्यम से हाथियों के लोकेशन की जानकारी समिति से जुड़े सदस्यों को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके बाद समिति के सदस्य हाथियों के लोकेशन की जानकारी अनाउंस के माध्यम से सभी ग्रामीणों को दी जाएगी. ताकि लोग हाथियों से सतर्क हो सकें. इसके साथ ही हाथियों के खेतों में पैर रखने मात्र से पांच हजार रुपए की क्षतिपूर्ति दी जाएगी.

  • प्रशासन करेगा अलर्ट, ढोल, पटाखों से खदेड़े जाएंगे हाथी

संजय टाईगर रिजर्व एरिया अन्तर्गत हाथियों से प्रभावित ग्रामों में एनाउंस के लिए तत्काल लाउडस्पीकर लगवाए गए हैं. हालांकि पहले चरण में पोंडी, खैरी, कोटा, तथा लुरघुटी में ही लाउडस्पीकर की व्यवस्था की गई है. इसके बाद कुन्दौर, ददरी, ताल आदि में भी लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे. जिससे हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर एनाउंस के माध्यम से ग्रामवासियों को सूचित किया जा सके. इतना ही वन विभाग द्वारा एक बैठक बुलाकर समिति के सदस्यों को यह भी बताया जाएगा कि हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर क्या उपाय करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए. वहीं एसडीएम ने ग्रामीणों को बताया कि हाथियों से प्रभावित ग्रामों में ढोल-नगाड़े और पटाखे आदि भी दिए जाएंगे. ताकि ढोल, नगाड़े बजाकर और पटाखे फोड़कर ग्रामीणों हाथियों को खदेड़ सकें.

  • मृतकों के परिजनों को दी गई सहायता राशि

तीनों मृतकों के परिजनों को एसडीएम कुशमी ने चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि दी है. इसके साथ ही 60 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए दिया गया है. इस मौके पर एसडीएम आर के सिन्हा, सीईओ श्रीनिवास दुबे सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.

सीधी। जिले में हाथियों का आतंक जारी है. जनपद पंचायत कुशमी के ग्राम पंचायत खैरी में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने एक परिवार पर हमला कर दिया. जिससे दो मासूमों सहित एक बच्चे की मौके पर मौत हो गई. हाथियों के हमले के बाद ग्रामीण सड़क पर उतर गए और तिलवारी जनकपुर मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया.

  • गुस्से में ग्रामीण शव ले जाने से रोका

मृतकों के परिजनों सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि हाथियों को संजय टाइगर रिजर्व के जंगलों से खदेड़ा जाए या रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हाथियों को बंधक बनाया जाए. अपनी मांगों को लेकर अडे़ परिजनों ने शवों को मर्चुरी में ले जाने से भी रोका. परिजनों का कहना है कि दोनों मासूमों के पिता नासिक शहर में कमाने गए हैं. जब तक वह घर नहीं आ जाते, तब तक न ही शव का पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार किया जाएगा.

  • परिजनों की जिद पर घर में रखा गया शव

परिजनों की जिद पर अपर कलेक्टर हर्षित पांचोली ने जिला मुख्यालय से बर्फ की सिल्लियां मंगाई और शव को घर पर रखा गया. इधर गुस्साए ग्रामीण हाथियों को पकड़ने की मांग को लेकर शाम 7.30 बजे तक सड़क पर डटे रहे. पूरे दिन चले इस घटनाक्रम में प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोंक-झोंक भी होती रही, वहीं प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीण सड़क छोड़कर अपने अपने घरों को चले गए. हाइवे से गाड़ियां निकलीं. इस दौरान सड़क पर जाम भी लग गया.

  • घटना के बाद जागा प्रशासन

इस वीभत्स घटना के बाद संजय टाईगर रिजर्व के आला अधिकारियों की नींद टूटी और हाथियों से बचने के लिए नई कार्य योजना बनाई गई. जिसमें यह तय किया गया कि हर गांव में एक समिति बनाई जाएगी. जिसमें 11 गांव के पढ़े लिखे एंड्राइड फोन उपयोग करने वाले लोग, पंचायत, पुलिस, वन, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी शामिल किए जाएंगे. साथ ही Whatsapp group के माध्यम से हाथियों के लोकेशन की जानकारी समिति से जुड़े सदस्यों को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके बाद समिति के सदस्य हाथियों के लोकेशन की जानकारी अनाउंस के माध्यम से सभी ग्रामीणों को दी जाएगी. ताकि लोग हाथियों से सतर्क हो सकें. इसके साथ ही हाथियों के खेतों में पैर रखने मात्र से पांच हजार रुपए की क्षतिपूर्ति दी जाएगी.

  • प्रशासन करेगा अलर्ट, ढोल, पटाखों से खदेड़े जाएंगे हाथी

संजय टाईगर रिजर्व एरिया अन्तर्गत हाथियों से प्रभावित ग्रामों में एनाउंस के लिए तत्काल लाउडस्पीकर लगवाए गए हैं. हालांकि पहले चरण में पोंडी, खैरी, कोटा, तथा लुरघुटी में ही लाउडस्पीकर की व्यवस्था की गई है. इसके बाद कुन्दौर, ददरी, ताल आदि में भी लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे. जिससे हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर एनाउंस के माध्यम से ग्रामवासियों को सूचित किया जा सके. इतना ही वन विभाग द्वारा एक बैठक बुलाकर समिति के सदस्यों को यह भी बताया जाएगा कि हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर क्या उपाय करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए. वहीं एसडीएम ने ग्रामीणों को बताया कि हाथियों से प्रभावित ग्रामों में ढोल-नगाड़े और पटाखे आदि भी दिए जाएंगे. ताकि ढोल, नगाड़े बजाकर और पटाखे फोड़कर ग्रामीणों हाथियों को खदेड़ सकें.

  • मृतकों के परिजनों को दी गई सहायता राशि

तीनों मृतकों के परिजनों को एसडीएम कुशमी ने चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि दी है. इसके साथ ही 60 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए दिया गया है. इस मौके पर एसडीएम आर के सिन्हा, सीईओ श्रीनिवास दुबे सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.