सीधी। जिले की सोन, गोपद और बनास नदियों की कोख खुलेआम छलनी की जा रही है. बड़ी-बड़ी मशीनों और तय मापदण्ड से अधिक रेत निकालने के चलते नदियों का रास्ता ही बदलता जा रहा है. आसपास के गांव के लोगों का कहना है कि मशीनों से काम होने के चलते बेरोजगारों को काम नहीं मिल रहा है.
अधिक खनन होने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. जिसका जनपद सदस्य ने विरोध करते हुए कलेक्टर से शिकायत की है, जबकि हाल ही में सीधी दौरे पर आए प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा था कि मशीनों से रेत का खनन नहीं होगा, फिर भी नियमों की अनदेखी की जा रही है.