सीधी। जिले में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में जिले और ब्लॉक स्तर में आधी रोटी और थाली के साथ प्रदर्शन कर सरकार का विरोध किया. जिसमें प्रदेश के 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शिरकत की. जिसमें संविदा चिकित्सक नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन एवं प्रबंध इकाइयां, ऑपरेटर, आयुष, एड्स, टीबी पर योजना के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे. जिला स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी लामबन्द होने जा रहे हैं और विरोध कर सरकार को चेताया है. जिला अध्यक्ष राजीव गौतम ने बताया कि सभी कर्मचारियों ने थाली में आधी रोटी के साथ अपने-अपने कार्यस्थल पर प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन प्रदेश के साथ साथ सभी 52 जिलो में किया गया.
![health advisors protested against the government](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-sid-02-sanvida-karmi-virodh-pkg-7204417_07082020214451_0708f_1596816891_108.jpg)
प्रदेश सरकार द्वारा नियमितीकरण नहीं किए जाने और 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन की संविदा नीति नियमित समकक्ष पद 90% वेतनमान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2 साल बीत जाने के बाद भी लागू नहीं होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश बना हुआ है. कोरोना संक्रमण में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की आकस्मिक मौत के बाद भी शहीद कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपए और अनुकंपा नियुक्ति सरकार ने नहीं दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कोविड-19 कल्याण योजना से संविदा कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी वंचित हैं. उन्हें 10 हजार अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि अभी तक नहीं दी गई है, वह सब बिना बीमा, पेंशन, अनुकंपा, सामाजिक सुरक्षा, महंगाई दैनिक भत्ता नियमित की तुलना में आधे वेतन में काम कर रहे हैं.
बहरहाल संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने सरकार पर आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार ने खुद अपनी सरकार में निर्मित और पारित हो चुके नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. जो पूरी तरह से नाकाम और असफल साबित हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य संविदा कर्मियों में आक्रोश पनप रहा है. वहीं उन्होंने सरकार से कहा है कि समय रहते सरकार इनकी ओर ध्यान दे.