सीधी। जिला चिकित्सालय में ब्लड टेस्ट कराने आए मरीजों को अपना ब्लड सैंपल देने के बाद भी घंटों तक रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है. रिपोर्ट देरी से मिलने के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं . मरीजों की शिकायत पर सुनवाई भी नहीं हो रही.
देरी से मिल रही ब्लड सैंपल की रिपोर्ट
जिला चिकित्सालय में ब्लड टेस्ट कराने आए मरीजों को अपना ब्लड सैंपल देने के बाद कम से कम करीब 4 घंटों तक रिपोर्ट मिलने का इंतजार करना पड़ता है. जिससे दूर दराज के इलाकों से आने वाले मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. यहां तक की मलेरिया जैसी बीमारी से ग्रसित मरीजों की भी रिपोर्ट 3 से 4 घंटे बाद मिल रही है. अस्पताल में आने वाले मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है. शिकायत के बाद भी कोई पहल नहीं की जा रही है. मामले में अस्पताल प्रबंधन की ओर से लापरवाही देखने को मिल रही है.
अस्पताल की लापरवाही के कारण हो रही है देरी
ब्लड लेने के बाद प्राइवेट स्थानों में तो आधे घंटे के अंदर रिपोर्ट दे दी जाती है. लेकिन जिला चिकित्सालय में इसके ठीक उलट हालात हैं. अस्पताल में सुबह 9 बजे चिकित्सक आते हैं. वहीं दोपहर 12.30 बजे वापस चले जाते हैं. ऐसे में ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट 4 घंटे के बाद आने के कारण दोबार डाक्टर से मिलना मुश्किल हो जाता है. जिला चिकित्सालय में पदस्थ प्रभारी के अनुसार चार घंटे से पहले कोई रिपोर्ट क्यों नहीं जारी होती है, तो उनका कहना है कि भीड़ ज्यादा रहती है जिसकी वजह से जांच रिपोर्ट में देरी होती है. सवाल-जवाब के दौर में जब उनसे पूछा गया कि मलेरिया की रिपोर्ट चार घंटे के पहले क्यों नहीं मिलती और कुछ सैंपल की रिपोर्ट 5 से 7 घंटे बाद तो कुछ हफ्ते बाद क्यों मिलती है? इस पर उनका कहना है कि इसके लिए हम दोषी नहीं हैं, अस्पताल प्रबंधन इसके जिम्मेदार है?
कर्मचारियों की कमी के कारण हो रहा विलम्ब
जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. डीके द्विवेदी ने बताया कि ब्लड बैंक में कुछ दिनों से कर्मचारियों का अभाव है जिस वजह से रिपोर्ट आने में देरी हो रही है. उन्होने कहा कि जल्द ही व्यवस्थाएं सुधारी जाएंगी.