शिवपुरी। प्रदेश में हो रहे 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर प्रचार अंतिम चरण में है. शनिवार को सीएम शिवराज और बीजेपी स्टार प्रचारक व राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी पहुंचे. जहां उन्होंने पोहरी विधानसभा क्षेत्र के बैराड़ में बीजेपी प्रत्याशी सुरेश धाकड़ रांठखेड़ा के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने पूर्व सीएम कमलनाथ को आड़े हाथों लिया. सीएम ने कहा कि वे सिंधिया को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने विकास को ठप करने वाली सरकार को गिराया. अब प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया मिलकर शिव-ज्योति एक्सप्रेस प्रदेश को विकास में नंबर वन बनाएंगे, विकास का नया इतिहास बनाएंगे.
गरीब के सिर पर रखी ब्याज की गठरी
सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने माफिया के नाम पर गरीबों के मकान गिराए हैं. अब प्रदेश में मामा की सरकार बन चुकी है. जो गरीबों को हटाने के लिए नहीं बल्कि उनको बसाने का काम करेगी. जो गरीब जहां रह रहा है, उसे उस जमीन का पट्टा दिया जाएगा. सीएम ने कहा कि कर्ज माफी के नाम पर कमलनाथ ने किसानों के सिर पर ब्याज की गठरी रख दी है. रेगुलर कर्ज जमा करने वाले किसानों को डिफाल्टर बना दिया है. 0 प्रतिशत की जगह 18 प्रतिशत ब्याज किसानों से वसूले जाने लगा है.
कमलनाथ आ गए तो सारी योजनाएं बंद
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर कमलनाथ फिर से सरकार में आ गए तो 1 हजार रुपये आदिवासी महिलाओं को मिलना बंद, कन्यादान योजना बंद, लाडली लक्ष्मी योजना बंद, संबल सहित सभी योजना बंद कर देंगे.
कमलनाथ और दिग्विजय परदेसी पंछी
वहीं चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को परदेसी पंछी है. उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की तरह परदेसी पक्षी नहीं हूं, जो वोट के समय क्षेत्र में बसेरा करने आते हैं. सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ ने 15 महीने में वल्लभ भवन में नोट बटोरे भ्रष्टाचार किया. इसलिए मैंने तिजोरी की चाबी शिवराज सिंह को सौंपी. जननायक शिवराज ने तिजोरी के ताले को तोड़कर जनता के खातों में पैसा पहुंचाया. यह उपचुनाव प्रत्याशी का चुनाव नहीं है, बल्कि यह चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान का चुनाव है.
सिंधिया ने सभा में कहा था शिव ज्योति की जोड़ी करेगी काम
बता दें 26 सितंबर को अशोकनगर के पिपरई में सभा को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि उनके पिता माधवराव सिंधिया और कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा ने मिलकर प्रदेश के विकास के लिए काम किया था. आज सिंधिया और शिवराज की जोड़ी फिर से उसी तरह काम करने में लगी है.
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मोती-माधव' एक्सप्रेस
बात मध्य प्रदेश की सियासत में 1980 और 90 के दशक की है. उस वक्त ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे. सियासी जानकार कहते हैं कि माधवराव कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह को मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते थे. इसलिए उन्होंने मोतीलाल वोरा को मुख्यमंत्री बनने में मदद की. जिसके बाद दोनों नेताओं की जोड़ी मध्य प्रदेश में साथ-साथ हर जगह पहुंचती थी. इस जोड़ी को उस वक्त 'मोती-माधव' एक्सप्रेस नाम दिया गया.