शिवपुरी। कोलारस तहसीलदार पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया जा रहा है. जिले के लुकवासा पंचायत की खरई में मुरम खदान से उत्खनन करके आ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़कर उसे छोड़ने की एवज में 30 हजार रुपए लेने का आरोप ट्रैक्टर चालक ने कोलारस तहसीलदार पर लगाया है. इस संबंध में पीड़ित ने लुकवासा सरपंच पति और एसडीएम कोलारस को फोन पर शिकायत की है. एसडीएम का कहना है कि, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. इस पर प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जांच कर कार्रवाई करते हुए तहसीलदार को सस्पेंड करने का आदेश दिया है.
ट्रैक्टर टॉली के एवज में मांगे 30 हजार: कोलारस के खुरई रोड पर रहने वाले विक्रम राजावत ने बताया कि, "वह शनिवार की शाम को खरई खदान से ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर मुरम लाया था. मुरम से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली उसने अपने घर के सामने खड़ी कर दी थी. तभी शाम को कोलारस तहसीलदार ज्योति लक्षकार अपने साथ 5 लोगों को लेकर मेरे घर आई. तहसीलदार ने मुझे अपने वाहन में बैठाया और मेरे मुरम से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर चली गई. रास्ते में ट्रैक्टर का डीजल खत्म हो गया तो यह लोग मुझे पास में स्थित पेट्रोल पंप ले गए, यहां से तहसीलदार ने अपने वाहन में 1 हजार का डीजल डलवाया, वहीं 1 कैन में डीजल लेकर ट्रैक्टर में डालने आए. इसके बाद तहसीलदार और उनके साथ आए कर्मचारियों ने मुझसे ट्रैक्टर छोड़ने के एवज में 50 हजार की रिश्वत की मांग की. बाद में वे 30 हजार में मान गए और पैसा लेकर तहसीलदार ने मुझे और मेरे ट्रैक्टर को छोड़ दिया."
तहसीलदार पर कार्रवाई की मांग: इस मामले में विक्रम ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं, जिसमें तहसीलदार का वाहन और पीड़ित का ट्रैक्टर दोनों दिखाई दे रहा है. पीड़ित ने घटना के बाद लुकवासा सरपंच पति और भाजपा मंत्री हरिओम रघुवंशी सहित एसडीएम कोलारस बृज बिहारी श्रीवास्तव से शिकायत कर तहसीलदार पर कार्रवाई की मांग की. जब इस मामले में मीडिया ने कोलारस तहसीलदार ज्योति लक्षकार का पक्ष जानना चाहा तो वह बोलीं, "मैं खरई गांव की तरफ किसी दूसरे काम से गई थी. न तो मैंने कोई मुरम से भरा ट्रैक्टर पकड़ा और न छोड़ा है. जो भी आरोप लगाए हैं, वह झूठे हैं. मैं इस संबंध में विक्रम को नोटिस देकर बयान के लिए बुलाऊंगी."
सिसोदिया ने तहसीलदार को सस्पेंड करने का दिया आदेश: इस मामले में कोलारस एसडीएम ब्रजबिहारी श्रीवास्तव का कहना है कि, मेरे पास भाजपा नेता हरिओम रघुवंशी का फोन जरूर आया था, विक्रम नाम के किसी व्यक्ति ने मुझसे कोई शिकायत नहीं की है. अगर शिकायत आएगी तो हम उसकी जांच करा लेंगे. अवैध मुरम के खनन के मामले में ऐसा आरोप लगाना सही नहीं है. वहीं रविवार को एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का कड़ा एक्शन देखने को मिला है. यहां कोलारस तहसीलदार ज्योति लक्षकार पर अवैध उत्खनन के मामले में रिश्वतखोरी की शिकायत मिलने पर प्रभारी मंत्री ने तहसीलदार को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं. प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा, "मैंने अवैध उत्खनन रोकने का संकल्प लिया है और मैं अपने संकल्प पर कायम हूं. अवैध उत्खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी."