शिवपुरी। शहर में आयोजित हुई सीएम शिवराज (CM Shivraj) की मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की सभा में काले झंडे दिखाने वाले 15 ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को सोमवार को जमानत मिल गई, सभी को सर्किल जेल से रिहा कर दिया गया. ओबीसी महासभा के कार्यकर्ता 16 दिसंबर से शिवपुरी के सर्कल जेल में शांति भंग के इल्जाम में बंद थे. कार्यकर्ताओं को जेल भेजने के विरोध में ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों ने दो दिनों तक एसडीएम ऑफिस के बाहर बैठकर धरना दिया था और लगातार जेल में बंद अपने कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर अड़े हुए थे.
सीएम को दिखाए थे काले झंडे: 16 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा आयोजित हुई थी जिस समय सीएम शिवराज मंच से भाषण दे रहे थे उसी दौरान ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी थी. तभी पुलिस ने ओबीसी महासभा (Shivpuri OBC Mahasabha) के सभी कार्यकर्ताओं को पकड़कर सिटी कोतवाली थाने पहुंचा दिया था जहां से उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया था. एसडीएम कोर्ट ने सभी 15 ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं को शांति भंग की धाराओं में जेल भेज दिया था जिन्हे सोमवार को जमानत पर सर्किल जेल से रिहा कर दिया गया है.
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जमानत पर फूल-मालाओं से स्वागत: सोमवार की शाम जेल से रिहा हुए सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं का फूल माला पहनाकर जबरदस्त स्वागत किया. इस दौरान भाजापा के प्रदेश स्तरीय नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. जेल से जमानत पर बाहर निकले ओबीसी महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर गिर्राज धाकड़ ने बताया कि भाजपा अपनी दमनकारी नीतियों से ओबीसी महासभा की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. सीएम की सभा में वह अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपने के लिए सभा में पहुंचे थे परंतु उन्हें पुलिस ने रोक दिया और उन्हें जेल में डाल दिया. ओबीसी महासभा पहले भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करती रही है और अब यह प्रदर्शन और भी गति पकड़ेगा.