शिवपुरी। जिले की पोहरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवरीखुर्द के रिजोदा गांव में "मेरी माटी मेरा देश" अभियान के तहत अमृत वाटिका बनाए जाने के लिए हनुमान मंदिर के पास जमीन को जेसीबी से समतल कराया जा रहा था. इस दौरान गांव के 4 से 5 मजदूर काम पर लगे हुए थे. पंचायत सचिव को सूचना मिली की उन मजदूरों को खुदाई के दौरान कुछ चांदी के सिक्के मिले हैं. अब तक करीब तीन सैकड़ा से अधिक चांदी के सिक्के ग्रामीण जमीन से खोदकर लूटकर ले जाए जा चुके हैं. यह सिक्के ब्रिटिश कालीन बताए जा रहे हैं, जिन पर वन रूपी ऑफ इंडिया सन् 1907 और 1917 के साथ जॉर्ज किंग एंपरर की तस्वीर अंकित है.
जमीन में खुदाई करने के दौरान मिले सिक्केः जानकारी के अनुसार पोहरी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत देवरीखुर्द के गांव रिजौदा में गुरुवार की शाम को ग्राम पंचायत द्वारा अमृत वाटिका बनाए जाने के लिए जेसीबी मशीन से जमीन में गड्डे खोदे जा रहे थे. इसी दौरान जमीन के अंदर से चांदी के सिक्के निकलने लगे. जैसे ही जमीन के अंदर से चांदी के सिक्के निकलने की सूचना गांव वालों को मिली, तो मौके पर मजदूरों के परिजन सहित आसपास के गांव के देवरीखुर्द-भोजपुर-रिज़ोदा गांव के लोग गुरुवार की रात को मौके पर पहुंच गए और टॉर्च और कुदाल लेकर जमीन को खोदना शुरू कर दिया. इस दौरान किसी को 5 सिक्के, किसी को 10 सिक्के तो किसी को 20 चांदी के सिक्के मिले हैं. वहीं, जमीन के अंदर से चांदी के सिक्के मिलने की खबर से प्रशासन बेखबर बना रहा. सुबह जैसे ही पुलिस प्रशासन को इसकी खबर मिली, पोहरी एसडीओपी सुजीत भदोरिया ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. बता दें आज इन सिक्कों की कीमत बाजार के अनुसार ₹700 से लेकर ₹3500 तक आंकी गई है.
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पड़ताल में जुटी पुलिसः इस मामले को लेकर एसडीओपी पोहरी सुजीत भदोरिया का कहना है कि, "रिजौदा गांव में खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के बरामद होने की सूचना पुलिस को सुबह मिली है, जिसके बाद मौके पर पुलिस टीम को भेजा गया है. पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर पड़ताल में जुटी हुई है." वहीं, पोहर थाना प्रभारी मनोज राजपूत का कहना है कि, ''मौके पर मुआयना किया था फिलहाल मौके पर कोई भी ग्रामीण उन्हें नहीं मिला है. जानकारी जुटाई जा रही है जिन लोगों को सिक्के मिले हैं उनसे सिक्के बरामद किए जाएंगे.''