शिवपुरी। नगर पालिका परिषद का गठन 4 महीने पहले हो चुका है. इसके बावजूद शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था पटरी पर नही लौट रही है. पानी, सफाई, स्ट्रीट लाइट शिवपुरी नगर पालिका के सभी 39 वार्डों में मुख्य समस्या बनी हुई है. जिसके चलते पार्षदों को वार्ड वासियों का विरोध झेलना पड़ रहा है. शुक्रवार को नगर परिषद के 10 कांग्रेसी पार्षदों ने एकजुट होकर नपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए हाथ में झाड़ू उठाकर वार्डों की साफ सफाई का काम शुरू कर दिया है. कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि जबतक नगर निगम इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है कांग्रेस के नेता खुद वार्डों में जाकर झाडू लगाएंगे.
साफ-सफाई को लेकर कांग्रेस ने खोला मोर्चा: शिवपुरी नगर पालिका(shivpuri nagar palika) में नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा और कांग्रेस पार्षदों ने शुक्रवार को फतेहपुर क्षेत्र से विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की. वार्ड क्रमांक 15 के अंबेडकर पार्क और उससे जुड़े हुए क्षेत्रों में झाड़ू लगाकर सफाई अभियान की शुरुआत की गई. उन्होंने बताया कि जब तक सफाई व्यवस्था ठीक नहीं हो जाती और समस्याओं का निराकरण नहीं होगा तब तक कांग्रेसी पार्षद सभी 39 वार्डों में झाड़ू लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.
शशि शर्मा का कहना है कि, "नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित सीएमओ शैलेश अवस्थी सफाई व्यवस्था को लेकर कोई भी सुनवाई नहीं कर रहे हैं. शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं. कागजों में एक वार्ड के लिए दस-दस सफाईकर्मी दर्ज किए गए हैं, लेकिन वार्डों में सिर्फ तीन से चार सफाईकर्मी की ड्यूटी लगी हुई है. इतने बड़े वार्डों में तीन या चार सफाईकर्मी सफाई व्यवस्था को बना कर नहीं रख सकते हैं. इसी के चलते सभी कांग्रेसी पार्षदों ने खुद सफाई करने का फैसला लिया है."
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मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे कांग्रेस पार्षद: नगर परिषद की नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा ने बताया कि, सभी कांग्रेसी पार्षद हर रोज इसी तरह हाथ में झाड़ू लेकर सफाई का कार्य खुद करेंगे, जब तक नगर पालिका के कागजों में दर्ज सफाईकर्मी वार्डों में नहीं उतर आते. वार्ड क्रमांक 36 के पार्षद एमडी गुर्जर का कहना है कि, 4800 की वोटिंग वाला उनका वार्ड सड़क विहीन है. इसके बावजूद उनके यहां चार महिला सफाईकर्मी को तैनात किया गया है. इसकी शिकायत सीएमओ को नपा में पहुंचकर दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया. उनका कहना है कि व्यवस्थाओं में शीघ्र सुधार नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में कांग्रेस पार्षद उग्र आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे.